हाईप्रोफाइल गैंग मर्सिडीज से बच्चों की चोरी, इस गैंग में महिला और उसका लिव इन पार्टनर भी है शामिल…
बिगुल
भोपाल :- यह पूरा मामला में ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा दिखा रहा है। साथ ही इनके तार कई राज्यों से जुड़े हैं। पुलिस ने गिरफ्तार कपल के घर से एक तीन महीने और तीन साल की बच्ची को बरामद किया है। साथ ही दो अन्य नाबालिग लड़कियां भी मिली हैं। साथ ही आरोपी पुलिस को गुमराह करते रहे हैं।
साथ ही दावा किया कि उत्तर भारत की एक डॉक्टर ने इन बच्चियों के देखभाल के लिए दिया है। वहीं, जांच के दौरान पुलिस को एक कॉल रेकार्डिंग मिली है, जिसमें बच्चियों को बेचने के लिए एक महिला डॉक्टर के साथ सौदेबाजी हो रही है। महिला डॉक्टर को पकड़ने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें भेजी गई हैं।
200 कैमरे की जांच
भोपाल पुलिस ने बताया कि दो अज्ञात महिलाओं ने कर्फ्यू वाली माता मंदिर के पास से 11 महीने की दीपावली और उसकी आठ साल की बहन काजल का शनिवार की सुबह अपहरण कर लिया था। बच्चियों की मां की शिकायत पर शनिवार को पुलिस ने मामला दर्ज किया था। शिकायत के 60 घंटे बाद भोपाल पुलिस ने अगवा बच्चियों को कोलार स्थित एक घर से बरामद किया था। पुलिस ने इसके लिए 200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की थी। अह्रत बच्चियों को कोलार स्थित इंग्लिश विला कॉलोनी के एक घर में रखा गया था।
अपहरण में शामिल है पूरा परिवार
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में आरोपी अर्चना सैनी, उसका लिव इन पार्टनर निशांत, अर्चना का बेटा सूरज, उसकी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी और सूरज की लिव इन पार्टनर मुस्कान शामिल है। अह्रत बहनों के अलावा पुलिस ने एक तीन महीने और तीन साल की लड़की को भी बरामद किया है। शुरुआत में महिला ने दावा किया दो अन्य छोटी बच्चियां उनकी बेटी हैं। बाद में जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि एक महिला डॉक्टर ने उन्हें बच्चियों की देखभाल की जिम्मेदारी दी थी। शुरुआत में आरोपी पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। जांच के दौरान राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के मानव तस्करी रैकेट से उनके संबंध मिले हैं।