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अवैध खनन : माइनिंग अधिकारी बोले- 24 घंटे रेत ट्रांसपोर्ट को नहीं देख सकता और न ही दिन भर फील्ड कर सकता

बिगुल
बलौदाबाजार. भाटापारा में अवैध रेत परिवहन पर खनिज विभाग के सुस्त रवैये से बिना रॉयल्टी पर्ची के सैकड़ो हाईवा रेत परिवहन हो रहा है। बलौदा बाजार भाटापारा एक ऐसा जिला है जिसमें रेत माफिया को खुली छूट मिली हुई है कि आप बिना रायल्टी पर्ची के चाहे जितना रेत घाट से रेत निकाल लो बस इतना ध्यान रहे कि आपकी पहुंच किसी सफेद पोषकधारी एवं रासुखदार तक होनी चाहिए।

भाटापारा से जब रेत भरी गाड़ियां निकलती है तो खनिज विभाग तो कार्यवाही पर नजर में नहीं आती हैं, लेकिन धोखे से किसी पुलिस की नजर पड़ जाती है तथा जांच के लिए रोक कर कागजात पत्र मांगा जाता है तो कुछ हाइवा चालक कागज पत्र तो दिखा देते हैं ,लेकिन कुछ वाहन चालक सफेद पोषकधारी से संबंध रखने वाले सीधे सफेद पोषकधारी के मोबाइल से बात करते हैं तो कुछ रसूखदारों से जिससे कार्यवाही के लिए रेत गाड़ी का रायल्टी पर्ची या अन्य दस्तावेज जांच करने वाले पुलिस के अधिकारी कर्मचारी सफेद पोशाक धारी एवं रसूखदारों का सम्मान करते हुए बिना रायल्टी पर्ची ,बिना दस्तावेज वाले गाड़ी को छोड़ दिया जाता है।

यह खेल भाटापारा में जोरों से चल रहा है, जब इस संबंध में माइनिंग अधिकारी भक्त से बात की गई तो उन्होंने कहा बिना रॉयल्टी पर्ची बिना दस्तावेज वाले गाड़ी में पुलिस कार्यवाही कर सकती है ,तहसीलदार कार्यवाही कर सकता है, और आरटीओ ओवरलोड की कार्यवाही कर सकती है अगर पुलिस विभाग छोड़ रही है तो मैं क्या कर सकता हूं , जब अधिकारी से पूछा गया रेत घाट से बीना रायल्टी पर्ची के गाड़ी बाहर कैसे निकल जाती है? तो उन्होंने कहा यह तो ट्रांसपोर्टर की वजह से हो सकता है ट्रांसपोर्टर की गलती है अगर रायल्टी नहीं ले रहा है या रायल्टी पर्ची नहीं दे रहा है।

जब अधिकारी से पूछा गया इस तरह शासकीय क्षति हो रही है उस पर क्या कार्यवाही करना उचित नहीं है? तो माइनिंग अधिकारी भक्त ने कहा कार्यवही तो होनी चाहिए अगर बिना रॉयल्टी के रेत गाड़ी मिलती है तो ,पुलिस को कार्यवाही करनी चाहिए। तहसीलदार भी कार्यवाही कर सकता है, हमारे द्वारा बिना पर्ची की गाड़ी को पड़कर कार्रवाई की जाती है मैं दिन भर फील्ड में नहीं रह सकता और ना ही 24 घंटे अवैध रेत ट्रांसपोर्ट को देख सकता हूं ऑफिस में और भी काम रहता है।

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