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विधानसभा : महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने दिखाया विपक्ष को आईना, खाद्य मंत्री दयालदास ने दिए सवालों के जवाब, आज मानसून सत्र का अंतिम दिन कार्यवाई जारी

डा.अनिल द्विवेदी

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह के आसंदी पर विराजमान होने के साथ शुरू हुई। इस अवसर पर मध्य प्रदेश की पूर्व विधायक के निधन पर उन्हें सदन ने श्रद्धांजलि दी.

प्रश्नकाल शुरू हुआ तो सदन में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रश्न पर चर्चा शुरू हुई। विभागीय मंत्रियों ने विधायकों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया। सदन में वाद विवाद, ह्रास परिहास और कटाक्ष का दौर भी चला। भोजन अवकाश के पूर्व तक प्रश्नोत्तर काल खत्म हो गया था तथा मत्रियों ने विभागीय प्रतिवेदन पटल पर रखे।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दयालदास बघेल ने अपने विभाग से जुड़े सवालों के जवाब दिए। विधायक कवासी लखमा ने सार्वजनिक राशन दुकानों को किराए पर देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चिंतलनार में राशन दुकानों को इधर-उधर कर दिया गया है जहां पर राशन दुकानें खोली गई है वहां पर रास्ता खराब है और नागरिक जा भी नहीं सकते, इसी तरह जहां पर रास्ता बना दिया गया, वहां की राशन दुकानें अन्यत्र स्थानांतरित कर दी गई जिसके चलते नागरिकों को समय पर खाद्य राशन नहीं मिल पा रहा है। इसे क्यों बदला गया क्या उसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाई होगी?

इसका जवाब देते हुए श्री बघेल ने कहा कि मांग और आवश्यकता को देखते हुए फैसला होता है। राशन दुकानें छा हजार प्रति माह के किराए पर ली गई हैं, उन्होंने विधायक को लिखित जवाब देने का आश्वासन दिया।

दूसरी ओर विधायक रामकुमार टोप्पो ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि मेरे इलाके में ₹2000 लेकर राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं, यह धंधा बहुत सालों से चल रहा, इस पर मंत्री बोले कि ऐसी कोई शिकायत नही आई है, शिविर लगाने के लिए कलेक्टर को निर्देश दूंगा. आपके पास शिकायत हो तो मुझे अवश्य देवें।

पूर्व मंत्री और विधायक अनिला भेड़िया ने गर्भवती महिलाओं को अप्रैल माह से गरम भोजन बंद लिए जाने की जानकारी सदन को दी। इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए गर्म भोजन, योजना बंद नही की गई है, इस पर अनिला ने कहा की सभी 90 सदस्य कह सकते हैं कि योजना बंद है, 160 करोड़ का बजट अब 25 करोड़ हो गया है, ऐसे में आबंटन ठप्प है। अनिला ने पूछे लिया कि योजना बंद हो गई है, फिर से शुरू करेंगे क्या, इस पर मंत्री ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया।

कांग्रेस विधायक सगीता सिन्हा ने सवाल उठाया कि मेरे विधानसभा में अप्रैल से गर्भवती महिलाओं को भोजन नहीं मिला, जबकि पंजीयन के साथ ही 0 से 6 माह तक मिलना चाहिए गरम भोजन,

पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक भूपेश बघेल ने प्रदेश में चना वितरण बाधित होने का मुद्दा उठाया। आरोप लगाया की छह माह से चना नही मिल रहा हैं इसके जवाब में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि विधायक जी पूछ रहा है कि.. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत ने उठकर मंत्री के शब्दों पर आपत्ति जताई। महंत ने आसंदी की ओर मुखातिब होकर कहा कि मंत्री जी को शब्दों का चयन ठीक करना चाहिए.. पूछ रहा है शब्द विधायक के लिए ठीक नहीं है, इस पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने मंत्री को हिदायत दी कि विधायक जिले लिए पूछ रहे हैं बोलिए, तदनुरूप मंत्री ने वैसा ही किया।

मंत्री बघेल ने आगे कहा कि चना वितरण में विलंब हुआ है, केंद्र सरकार से चना का आबंटन विलंब से मिल रहा है, इस पर बघेल ने प्रतिप्रश्न किया की क्या आपने जो चना प्राप्त किया है, उसकी गुणवत्ता की जांच कर ली है, महंत जी ने भी एक किलो चना दिया है, उसकी जांच करवा लें, गुणवत्ता का परीक्षण कब कब हुआ, ये भी बताएं,

इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि महंतजी ने जो चना हमें दिया है जांच के लिए, वह हम जो चना बाट रहे हैं उससे अलग है। चना की कमी नहीं है, वितरण भी समय पर हो रहा है। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि चना की कमी स्वीकार किया मंत्री जी ने, चना में कमी नही है, कम पाए जाने पर जिम्मेदार कौन। इस आरोप पर मंत्री दयाल दास बघेल ने भूपेश बघेल की ओर मुखातिब होकर कहा कि आपके कार्यकाल में 7 महीने चना नही बंटा था। उन्होंने कहा कि हम गड़बड़ी कर रहे राशन दुकानों पर कारवाई कर रहे हैं। 106 दुकानों से वसूली की शिकायत मिली और 6 दुकानों पर एफआईआर दर्ज हुई, भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि 155 टन चना कम पाया गया, जहां कम पाए गए, वहां कार्यवाही करवा लेंगे, ऐसा आश्वासन विभागीय मंत्री ने दिया।

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