आपरेशन सफल : थोड़ी देर में टनल से बाहर निकल सकते हैं 41 मजदूर, पूरा हुआ खुदाई का काम, टनल में एंबुलेंस तैनात हुई, पांच बजे तक पूरा हो सकता है आपरेशन
बिगुल
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए आज 17वां दिन नई उम्मीद लेकर आया है। टनल में फंसी अमेरिकन ऑगर मशीन के मलबे को पूरी तरह बाहर निकालने के बाद अब मैन्युअल तरीके से सुरंग खोदकर मजदूरों के पास पहुंचने की तैयारी है।
दिवाली के पर्व वाले दिन हुए हादसे में 41 मजदूर टनल के अंदर ही फंसे रह गए थे। सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों ने अब तक हार नहीं मानी है और सरकार की ओर से उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन पर पीएम मोदी की पैनी नजर है, वो अधिकारियों से रेस्क्यू ऑपरेशन का पल-पल अपडेट ले रहे हैं।
बचाव कर्मियों ने मंगलवार को उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में मलबे के अंदर 60 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा कर लिया और 16 दिन से इसमें फंसे मजदूरों के अब जल्द बाहर निकलने की उम्मीद है। सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था जिससे 41 मजदूर इसके अंदर फंस गए थे।
सुरंग में एंबुलेंस प्रवेश कर गई है ताकि मजदूरों को तुरंत अस्पताल भेजा जा सके.टनल में पाइप दूसरी तरफ पहुंचाया गया जिसके सहारे एक एक करके मजदूर बाहर निकाले जाएंगे. NDRF, SDRF की टीम टनल के अंदर पहुंच गई है.
टनलिंग एक्सपर्ट क्रिस कूपर का कहना है कि 5 बजे से पहले रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है। वहीं, टनल के अंदर गद्दे और स्ट्रैचर भेजे गए हैं। इसके अलावा एंबुलेंस भी भेजी गई है। 55.3 मीटर तक पाइप अंदर डाला जा चुका है. टनल में फंसे 41 मजदूर अगले 3 घंटे में बाहर आ सकते हैं। 55.3 मीटर अंदर तक पाइप डाला जा चुका है। अब सिर्फ 3 मीटर की मैनुअल ड्रिलिंग बाकी है।
टनल के बाहर आज फिर हलचल बढ़ गई है। एंबुलेंस तैनात कर दी गई हैं, अस्पताल भी पूरी तरह तैयार हैं। टनल के बाहर सिल्क्यारा की तरफ भारी संख्या में पुलिस के अलावा NDRF और SDRF के जवान भी तैनात हैं। थोड़ी देर पहले बारिश आने से रेस्क्यू में बाधा पड़ने की आशंका पैदा हो गई थी लेकिन बारिश रुकने से सभी ने राहत की सांस ली है।
उत्तरकाशी के टनल में पिछले 17 दिन से फंसे मजदूरों को लेकर अच्छी खबर जल्द आने वाली है। ये मजदूर कभी भी टनल से बाहर आ सकते हैं। इन लोगों के परिजनों को तैयार रहने को कहा गया है। उन्हें अपने परिजनों के कपड़े और दूसरे जरूरी सामान लेकर टनल के बाहर आने को कहा गया है।
पीएम मोदी ने टनल में फंसे मजदूरों का हाल जाना है और सीएम धामी से बात की है।