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रायपुर. छत्तीसगढ़ में आज सुबह की शुरुआत एक बार फिर ईडी की छापेमार कार्रवाई से हुई है। राजधानी रायपुर में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने होटल कारोबारी गुरूचरण सिंह होरा के घर छापा मारा तो दूसरी तरफ दुर्ग में कारोबारी सुरेश कोठारी और उनके भाई के यहां ईडी ने रेड मारा है।

जानकारी के मुताबिक दुर्ग के सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और सीए श्रीपाल कोठारी के खिलाफ 420, 467, 468, 471, 406, 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया गया था। यह केस कोलकाता में दर्ज है। प्रकरण के मुताबिक साल 2005 में शिकायतकर्ता प्रकाश जयसवाल ने रजत बिल्डकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 40,000 शेयर खरीदे थे। इन शेयर्स की वर्तमान कीमत लगभग 54 करोड़ है। सुरेश कोठारी और उनके भाइयों ने जयसवाल के शेयर्स को धोखे से अपने नाम कर लिया था।

इस मामले की सुनवाई अदालत में भी चल रही है। फिलहाल अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सीबीआई छानबीन के लिए दुर्ग पहुंची है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चार अलग अलग गाड़ियों में 2 दर्जन से अधिक सीबीआई के अधिकारियों ने कोठारी बंधुओं के घर छापेमारी की है।

ईडी ने आज अपने प्रेस बयान में बताया कि आइएएस पूजा सिंघल और अन्य की 82.77 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों की कुर्की की गई है. भिलाई के शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन के बैंक खातों में जमा 27.5 करोड़ की फिक्स डिपॉजिट सीज कर ली है. साथ ही, जांच के दौरान 52 लाख कैश मिले थे, उसे भी सीज कर लिया गया है.

ढिल्लन को गिरफ्तार कर ईडी ने गुरुवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे चार दिन की ईडी रिमांड पर भेजने के निर्देश हुए हैं. ईडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि ढिल्लन ने शराब के अवैध पैसे को कर्ज को कर्ज लिया और फिक्स डिपॉजिट के रूप में अपने खातों में जमा कर लिया. उसने अवैध धंधे से मिलने वाली राशि को अपने बैंक खातों में जमा करने की अनुमति देने के साथ ही अपने फर्म्स को भी इस्तेमाल करने की इजाजत दी.

ईडी की टीम जब ढिल्लन के घर पर छापा मारने गई थी, तब ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी की जा रही थी. ईडी ने ढिल्लन को शराब के अवैध धंधे का मुख्य बेनिफिशयरी बताया है. वहीं, एक अन्य आरोपी नितेश पुरोहित उर्फ अप्पू को अवैध पैसे का हैंडलर बताया है, जिसके जरिए पैसे का मूवमेंट होता था.

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