सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, एक मांग पूरी, दो मांगों के लिए समिति का होगा गठन

बिगुल
कबीरधाम जिले के सहकारी समितियों में काम करने वाले कर्मचारियों की हड़ताल आज मंगलवार से खत्म हो गया है। ये बीते 4 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे थे। इसके हड़ताल में चले जाने 14 नवंबर से शुरू होने वाले धान खरीदी पर संकट के बादल छाए हुए थे। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल से समिति प्रबंधकों की हड़ताल समाप्त हो गई है।
आज मंगलवार को मुख्यमंत्री के समक्ष विभागीय अधिकारियों के साथ प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल के संबंध में चर्चा हुई। उनके द्वारा मांगों को लेकर त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया गया। समिति कर्मचारियों की 6वर्ष से लंबित वेतन वृद्धि की मांग को पंजीयक सहकारी संस्थाएं द्वारा 24 घंटे के भीतर पूर्ण किया जाएगा। समिति कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई। इसके साथ ही अन्य दो मांग के संबंध में शासन स्तर पर अंतर्विभागीय समिति का गठन कर उचित कार्रवाई की जाएगी। संघ की मुख्य मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री के आश्वासन पर सहकारिता विभाग द्वारा सकारात्मक पहल क कार्रवाई संतुष्ट है। इसलिए समिति कर्मचारियों की जारी हड़ताल समाप्त घोषित की गई। बता दे कि समिति के कर्मचारी तीन सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल में चल रहे थे।
जिले में एक लाख 24 हजार 787 किसान बेचेंगे धान
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत 14 नवंबर से होगी। जिले के 90 समिति के माध्यम से 108 धान खरीदी केन्द्र में इसकी तैयारी अंतिम चरण पर है। जिले में सात हजार 280 नए किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। इस प्रकार एक लाख 24 हजार 787 किसानों ने एक लाख 24 हजार 411 हेक्टेयर रकबा में अपना धान का समर्थन मूल्य में बेचने पंजीयन कराया है। प्रदेश सरकार द्वारा 3100 रुपये प्रति क्विंटल की मान से एक एकड़ में 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी।