अक्षय तृतीय इस वर्ष 10 मई को ये पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। निवेशकों के साथ भारत में महिलाओं को भी सोना खरीदना पसंद है।जब भी मार्केट में सोने की डिमांड में तेजी आती है तो ऐसे में कई बार जौहरी असली सोने के चक्कर में नकली सोना बेच देते हैं।
इस तरह की धोखाधड़ी से बचना बहुत जरूरी है। आज हम आपको बताएंगे कि आप किन आसान तरीके से चेक कर सकते हैं कि आप जो सोना खरीद रहे हैं वो असली है या नकली।
कैरेट से होती है सोने की पहचान
सोने की शुद्धता को कैरेट में मापा जाता है। कैरेट को “kt” या “k” में दर्शाया जाता है। ऐसे में बता दें कि कैरेट भी कई तरह के होते हैं। अगर आप 24 कैरेट का गोल्ड खरीदते हैं तो वह 99.9 प्रतिशत शुद्ध होता है। 24 कैरेट सोना काफी नरम होता है इसलिए जेवर बनाने के लिए इसमें मिलावट की जाती है। इसमें जितना कम शुद्ध सोना होता है उतना कैरेट कम हो जाता है।
इस तरह असली-नकली सोने की करें पहचान
सोना शुद्ध है कि नहीं इसके लिए आपको सोने के टुकड़े पर सिरका डालना होगा। अगर सोना अपना रंग बदलता है तो वह अशुद्ध है।
गोल्ड की प्योरिटी चेक करने का सबसे आसान तरीका है मैग्नेट टेस्ट। इसमें आपको सोने को चुंबक के पास रखना है। अगर सोना चुंबक के पास आता है या फिर उसमें कोई हलचल होती है तो इसका मतलब है कि वो शुद्ध नहीं है। दरअसल, सोना नॉन रिएक्टिव मेटल है यानी कि इस पर मैगनेट का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
आप गोल्ड की प्योरिटी चेक करने के लिए आपको हाइड्रोक्लोरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड किट चाहिए। इसके अलावा आपको एक बड़ा पत्थर भी चाहिए होगा। अब आप सोने को पत्थर पर घिसे और फिर एसिड डाल दें। सोने के अलावा भी धातु एसिड में मिल जाएगी लेकिन सोने पर एसिड का कोई असर नहीं पड़ेगा।
आपको एक बाल्टी या जग में पानी भरकर सोने को डालना होगा। अगर सोना पानी के ऊपर तैर रहा है तो इसका मतलब है कि वह नकली है। दरअसल, पानी में जाते ही सोने का घनत्व बढ़ जाता है जिसकी वजह से वह पानी में डूब जाता है।
आप जब गोल्ड खरीदे तो आपको हॉलमार्क जरूर चेक करना चाहिए। हॉलमार्क से आप आसानी से चेक कर सकते हैं कि सोना प्योर है या नहीं। हॉलमार्क एक तरह का स्टैंप है जो गोल्ड ज्वेलरी की पीछे लगा होता है।