कौन होगा सीएम : दौड़ में आए धरम लाल कौशिक. रमन सिंह, विष्णु देव साय, अरूण साव सबसे आगे, विहिप ने की यह मांग
बिगुल
रायपुर. छत्तीसगढ़ में प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा सीएम फेस और मंत्रिमंडल को लेकर मंथन में जुटी हुई है तो वहीं कांग्रेस हार की समीक्षा कर रही है। भाजपा ने आज मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है।
बताया जा रहा है कि सभी पर्यवेक्षक एक या दो दिन के भीतर राज्यों में पहुंच जाएंगे और इसके बाद विधायक दल की बैठक कर सीएम का चुनाव करेंगे। वहीं, अब इस मुद्दे पर पूर्व सीएम रमन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है।
पूर्व सीएम रमन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तीनों राज्यों के पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक कल या परसों तक रायपुर आ सकते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि 11 दिसंबर तक शपथ ग्रहण समारोह हो जाएगा। वहीं सीएम फेस को लेकर पूछे गए सवाल पर भी जवाब दिया।
रमन सिंह ने बताया कि अभी किसी का नाम फाइनल नहीं हुआ है। जब तक सीएम के नाम पर मंथन नहीं होगा कुछ भी कहना मुश्किल है। अभी सभी नाम चर्चा में है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीएम का चेहरा और सरकार गठन किए जाने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले बार से बेहतर रिजल्ट आएंगे। लोकसभा में 11 की 11 सीटें जीते इस बड़े लक्ष्य को लेकर सरकार का गठन किया जा रहा है।
इन नामों पर चर्चा हो रही
नई दिल्ली से सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पद के लिए अब विधायक धरम लाल कौशिक का भी नाम सामने आया है. वे पिछड़ा वर्ग से है तथा चौथी बार विधायक चुने गए हैं. प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं तथा विधानसभा अध्यक्ष भी. पर्याप्त राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव भी है. मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे प्रबल दावेदार डॉ. रमनसिंह, विधायक विष्णु देव साय और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, मोहन मरांडी, धरमलाल कौशिक और रामविचार नेताम के नाम की भी है. साय आदिवासी चेहरा हैं जबकि साव पिछड़ा वर्ग से हैं. साव के लिए एबीवीपी और संघ के नेता भी लाबिंग कर रहे हैं.
इसी तरह केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंग दौड़ में पिछड़ती नजर आ रही हैं. उनकी जगह विधायक लता उसेण्डी और गोमती साय का नाम सामने आया है.
हिन्दुत्व को मजबूती देने, कल्याण करने वाला व्यक्ति सीएम बने : घनश्याम चौधरी
विश्व हिन्दु परिषद की छत्तीसगढ़ इकाई के प्रदेश सह मंत्री घनश्याम चौधरी ने भाजपा से मांग की है कि वह हिन्दु हितों का ख्याल रखने वाले व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद पर बिठाए. चौधरी ने कहा कि बिरनपुर, कवर्धा, रायपुर में हुई साम्प्रदायिक हिंसा ने पूरे प्रदेश में हिन्दुओं को एकजुट किया जिसका लाभ भाजपा को मिला है. हिन्दुओं ने उसे भरपूर समर्थन दिया है. मुख्यमंत्री किसे चुनना है, यह भाजपा का विशेषाधिकार है लेकिन विश्व हिन्दु परिषद चाहता है कि इस पद पर हिन्दुत्व को मजबूती देने तथा उसका कल्याण करने वाला मुख्यमंत्री हो. उम्मीद है कि भाजपा सीएम का चेहरा चुनते वक्त इस फैक्टर का ध्यान रखेगी.