धान बेचने के बाद पैसे के लिए दर-दर भटक रही महिला किसान, कर्ज से परेशान परिवार कर गया पलायन, इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन ?
बिगुल
मुंगेली. जिले के लोरमी क्षेत्र की एक महिला किसान ने धान तो बेचा, लेकिन अब तक उसके खाते में धान के पैसे नहीं आए. महिला पैसे पाने के लिए चिलचिलाती धूप में दफ्तरों के चक्कर काट रही है. हद तो तब पार हो गई, जब कर्ज के बोझ तले दबे उनके परिवार के लोग पलायन कर गए. अब पीड़ित महिला किसान ने कलेक्टर राहुल देव को ज्ञापन सौंपकर गुहार लगाई है.
दरअसल, पूरा मामला मुंगेली जिले के लोरमी क्षेत्र के फुलवारी कला गांव से जुड़ा है. यहां की रहने वाली खेलन बाई नामक महिला किसान कलेक्टर से लिखित में शिकायत दर्ज कराया है, जिसमें कहा है कि उन्होंने धान उपार्जन केंद्र उजियारपुर में 23 जनवरी 2024 को 28 क्विंटल 40 किलो धान बेचा है. जिसकी कुल राशि 61997.20 रुपये मेरे खाते में आना है. लेकिन अभी तक नहीं आया है. जिसके चलते आर्थिक समस्याओं का सामना करना तो पड़ ही रहा है, वह बेचे गए धान के पैसे पाने के लिए बैंक से लेकर दफ्तरों का चक्कर काट रही है. लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है.
पलायन कर गए परिवार के लोग
वहीं महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि वे लोग कर्ज से लदे हैं और धान की राशि नहीं मिलने के कारण उनके परिवार के लोग पलायन कर रोजी-रोटी कमाने चले गए. हालांकि, नोडल अधिकारी संतोष ठाकुर से इस मामले को लेकर जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कुछ तकनीकी दिक्कत की वजह से ऐसी स्थिति निर्मित हुई होगी. वे इसके बारे में जानकारी लेकर मामले का कैसे निराकरण होगा, वे इस दिशा में काम करेंगे.