आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक पांडुरंग शंकरराव मोघे का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया शोक, धमतरी में होगा अंतिम संस्कार

बिगुल
रायपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक पांडुरंग शंकरराव मोघे का कल रात निधन हो गया। उन्होंने 93 वर्ष के उम्र में राजधानी रायपुर के वी वाय अस्पताल में अंतिम सांस ली।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी शोक संवेदना प्रकट की। अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शोक संदेश में उन्होंने लिखा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री पांडुरंग शंकरराव मोघे जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। मोघे जी ने समूचे छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय विचारों को स्थापित करने अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। उनकी स्मृति सदैव अमर रहेगी। प्रभु दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति।
गौरतलब है कि श्री मोघे को सालों पहले एक दुर्घटना के बाद वीवॉय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके बाद वहीं उनका इलाज चलता रहा. एक तरह से अस्पताल का कमरा ही उनका अस्थायी निवास बन गया था. उनके शुभचिंतक वही जाकर उनसे मिलते थे. सबका हालचाल भी जान लेते थे लेकिन कल रात को उन्होंने अंतिम सांसें ली.
श्री मोघे का पार्थिव शरीर सबसे पहले आरएसएस मुख्यालय जागृति मण्डल प्रात: 8 बजे लाया गया. जहां स्वयंसेवकों ने 10 बजे तक उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद शव यात्रा को धमतरी रवाना किया गया. उनका अंतिम संस्कार आज धमतरी में होगा. वहां पर स्थित स्व.बाबू पंडरी राव कृदत्त के निवास में अंतिम दर्शन के लिए 12 बजे और अंतिम यात्रा दोपहर 1 बजे रुद्री घाट के लिए प्रस्थान करेगी.
गौरतलब है कि पांडुरंग शंकरराव मोघे जी धमतरी जिले में लंबे समय तक संघ के प्रचारक रहे। आपातकाल के दौरान सागर जिले में सत्याग्रह करते हुए जेल भी गए। रायपुर में संघ कार्यालय निर्माण के समय उनकी महती भूमिका रही। गायन कला में उनकी विशेष रुचि थी। उनकी स्मरण शक्ति भी लाजवाब थी। सादा जीवन उच्च विचार को अंगीकार कर अपना सर्वस्व जीवन जीने वाले मोघे जी का निधन समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है।