मुश्किल में मंत्री : विश्व हिन्दु परिषद के निशाने पर कृषि मंत्री नेताम, बजरंगी सुजीत स्वर्णकार की मौत के मामले में सीबीआई जांच मांगी
बिगुल
रायपुर. विश्व हिंदू परिषद ने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री राम विचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. रामविचार नेताम के गृह क्षेत्र बलरामपुर में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में पुलिस की ओर से सही कार्रवाई नहीं किए जाने पर विश्व हिंदू परिषद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि मंत्री राम विचार नेताम जैसे अनुभवी व जिम्मेदार नेता अपने दायित्व से पूरी तरह विमुख होकर एक संवेदनहीन प्रशासक की तरह इस मामले में व्यवहार कर रहे हैं जिसे सही नहीं कहा जा सकता.
इतना ही नहीं विश्व हिंदू परिषद ने यह भी कहा है कि हिंदूत्ववादी सरकार से हिंदू संगठन इस तरह के व्यवहार की अपेक्षा नहीं कर रहा था. वहीं, बलरामपुर जिले में बजरंग दल के पदाधिकारी की हत्या के मामले में सही आरोपियों को नहीं पकड़े जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है. साथ ही इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने और मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की मांग की गई है और जांच के बाद दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग भी शामिल है. वहीं राम विचार नेताम ने गृहमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने हत्याकांड की जांच के लिए सिट गठित करने की मांग की है.
सुजीत स्वर्णकार को किया गया हलाल- वीएसपी
बलरामपुर जिले में बजरंग दल के सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस पर लीपापोती का आरोप लगा है. 27 मई को संदिग्ध अवस्था में सुजीत स्वर्णकार का शव जंगल में पाया गया था. मृतक के शरीर में पेट और जांघ में धारदार हथियार से वार किया गया था. इस बात का पंचनामा में भी जिक्र है. उसकी उंगलियां और गर्दन भी तोड़ी गई थी. विश्व हिन्दू परिषद का आरोप है कि उसे हलाल करके अधमरा करने के बाद जीवित शरीर पर करंट लगाया गया. तड़पाकर हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया.
वहीं अब राम विचार नेताम ने छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री को पत्र लिखकर सिट का गठन करने की मांग की है. अब देखना होगा कि यह जांच कब शुरू होती है. क्योंकि बलरामपुर पुलिस का कहना है की यह हत्या की घटना नहीं है बल्कि करंट लगने से मौत हुई है. वहीं जंगल में तरंगित तार बिछाने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने यह भी कहा है कि तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस की जांच जारी है और पता लगाया जा रहा है कि इस पूरे मामले में कोई साजिश तो नहीं है.