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बृजमोहन अग्रवाल के 18 जून तक का समय, उसके बाद.! इस्‍तीफा नहीं दिया तो क्‍या होगा? किस सदन की जाएगी सदस्‍यता!

बिगुल
रायपुर. केंद्रीय चुनाव आयोग ने 10 जून को देश में उप चुनावों की घोषणा की है। इसमें देश के सात राज्यों में 13 सीटों पर उप चुनाव का ऐलान किया है। जबकि केंद्रीय चुनाव आयोग की सूची में छत्‍तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट शामिल नहीं है।

छत्‍तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट को शामिल नहीं करने की वजह शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का इस्‍तीफा है। उन्‍होंने अभी इस्‍तीफा नहीं दिया है, इसलिए चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में यह सीट खाली नहीं है। पहले से विधानसभा सदस्‍य और अब लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बृजमोहन संसद के भी सदस्‍य बन गए हैं।

अब उनके पास दो सदनों के पद हैं, लेकिन एक पद बृजमोहन को छोड़ना पड़ेगा। यदि वे ऐसा नहीं करेंगे तो इनकी सदस्‍यता चली जाएगी। नियम के अनुसार चुनाव परिणाम की घोषणा और जीत का प्रमाण पत्र मिलने के 14 दिन के अंदर दोनों में से किसी एक सदन की सदस्‍यता से इस्‍तीफा देना जरूरी है। ऐसे में बृजमोहन के पास 18 जून तक का समय है। इस तरीख तक रात को 12 बजे से पहले तक वे इस्‍तीफा दे सकते है।

ऑटोमेटिक खत्‍म हो जाती है सदस्‍यता
बता दें कि विधि के अनुसार यदि तय सीमा में दोनों में से एक पद न चुनने और किसी भी पद से इस्‍तीफा न देने की स्थिति में चुनाव लड़ने वाले व्‍यक्ति का नया पद का चयन स्‍वत: ही खत्‍म हो जाता है। उसकी सदस्‍यता नहीं रहती है। हालांकि अभी केंद्र में बृजमोहन को मंत्री पद न मिलने के कारण उनके समर्थकों में काफी नाराजगी है। इसको लेकर अभी बृजमोहन अग्रवाल की किसी से बात नहीं हुई है। अग्रवाल बुधवार को रायपुर लौट सकते हैं। बृजमोहन के केंद्रीय मंत्री न बनने से उनके समर्थकों में निराशा है. ऐसे में वे चाइते हैं कि बृजमोहन अग्रवाल को मंत्री पद नही छोड़ना चाहिए.

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