ब्रेकिंग : आइएएस ने सरकार को किराए पर अपनी निजी कार दे दी, पत्रकार ने कहा ‘चिरकुट’, सीएम ने की यह कार्यवाही

बिगुल
एक आईएएस अधिकारी का अजब-गजब कारनामा सामने आया है. इस अफसर ने राज्य सम्पत्ति विभाग में अपनी पर्सनल कार खरीदकर लीज पर दे दी. जिससे उसे महीने की मोटी कमाई होती थी. बावजूद इसके अफसर इसी कार से अपने प्राइवेट काम भी निपटाते थे. इस बात का जब खुलासा हुआ तो सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अफसर का तबादला करने का आदेश दिया.
पत्रकार ममता त्रिपाठी ने एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा है कि, “एक विशेष सचिव (आईएएस) और अंडर सेक्रेटरी साहब ने 30-35 लाख की नई नवेली इनोवा क्रिस्टा गाड़ी निकलवाई और राज्य सम्पत्ति विभाग में लगवा दी. महीने में डेढ़ लाख रुपये मिल रहा था और जनाब चल भी उसी में रहे थे. मुख्यमंत्री को सारी जानकारी मिली तो साहेब को तुरंत तबादले की चिट्ठी थमा दी गई, इतनी छोटी मोटी चिरकुटई कर जाते हैं अफसर लोग कि क्या ही कहा जाए.”
अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1969 के प्रावधानों के तहत, विशेष रूप से नियम 3(1), जो सेवा के प्रत्येक सदस्य को पूर्ण सत्यनिष्ठा और कर्तव्य के प्रति समर्पण बनाए रखने का आदेश देता है, इन अधिकारियों के कार्य से साफ उल्लंघन प्रतीत होते हैं. मुख्यमंत्री द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई एक सकारात्मक कदम है, लेकिन भविष्य में सत्ता के इस तरह के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रणालीगत बेहद जरूरी हैं.
कुल मिलाकर कहा जाए तो राज्य सरकार को यूपी की अफसरशाही पर लगाम कसने की जरूरत है. आगे एक साल बाद विधानसभा चुनाव भी आने वाले हैं. ऐसे में अगर बड़े पदों पर आसीन अफसर सरकार की इस तरह चिन्दीचोरी कर किरकिरी कराएंगे तो कैसे काम चलेगा सरकार? यह मामला यूपी उत्तर प्रदेश के लखनउ शहर का है.



