मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद चली गई 6 लोगों की आंखों की रोशनी, परिजनों ने लगाया अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
बिगुल
भद्रक :- जिले में कथित दोषपूर्ण ऑपरेशन के कारण कम से कम 6 लोगों ने अपनी दृष्टि स्थाई रूप से खो दी है. सूत्रों के अनुसार, 6 वरिष्ठ नागरिकों को मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए भद्रक शहर के दहानी गादिया स्थित एक निजी नेत्र अस्पताल में लाया गया था. ऑपरेशन 28 से 30 सितंबर के बीच किए गए.
ऑपरेशन के बाद उनकी सामान्य दृष्टि वापस आने के बजाय कथित तौर पर उनकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए चली गई. इसके बाद मरीजों और उनके रिश्तेदारों ने अस्पताल में हंगामा किया और भद्रक शहर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. एक मरीज सुलोचना दास ने आरोप लगाया कि, ऑपरेशन से पहले, मैं अपनी दाहिनी आंख से थोड़ा-थोड़ा देख पा रहा था, लेकिन ऑपरेशन के बाद मुझे उस आंख में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था.
इसी बात को दोहराते हुए एक अन्य मरीज रत्नाकर दास ने कहा, 29 सितंबर को मेरी सर्जरी हुई थी. उसके बाद मुझे उस आंख में कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था. मुझे 5 अक्टूबर को अस्पताल आने के लिए कहा गया था. मैं उस दिन आ गया. उन्होंने जांच की और मुझे 8 अक्टूबर को फिर से आने के लिए कहा.संपर्क करने पर मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ. संतोष पात्रा ने कहा, आरोप मिलने के बाद हमने जांच के लिए अस्पताल का दौरा किया. अस्पताल के अधिकारियों ने हमारे साथ कुछ दस्तावेज साझा किए हैं.