पार्टियों को बड़ी चुनौती, करोड़ों रुपये का कर्ज मिलेगा विरासत मे, ऐसे मे कैसे होंगे जनता के सपने पूरे…
बिगुल
भोपाल :- मध्यप्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव नतीजा 3 दिसंबर को आने वाला है। सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ही दल सत्ता में आने का दावा कर रहे हैं। खेर मध्य प्रदेश में इस बार तीन दिसंबर को जिसकी भी सरकार बनती है, उसे करोड़ों का कर्ज विरासत में मिलेगा। क्योंकि प्रदेश सरकार पर करोड़ों के कर्ज हैं। ऐसे में यह सवाल लाजमी है कि जिसकी भी सरकार बनती है उसने जो जनता से वादे किए हैं वह कैसे पुरे होंगे?
फिलहाल सरकार के ऊपर 3.85 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है. अगर इस आकडें को ऐसे देखा जाए तो प्रदेश के हर नागरिक पर 47 हजार रुपए का कर्ज है. सरकारी खजाने से साल का 20 हजार करोड़ रुपये तो सिर्फ ब्याज चुकाने में जा रहा है।यहां बताते चलें कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को आने हैं.
मतदान के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस की ओर से सरकार बनाने का दावा किया जा रहा हैं. हालांकि,वोटर का फैसला 3 दिसम्बर को आएगा लेकिन सूबे में सरकार किसी भी पार्टी की बने, उसे विरासत में खाली खजाना मिलेगा. फिलहाल सरकार के ऊपर 3.85 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है. साफ है कि नई सरकार के लिए खस्ताहाल खजाने से अपनी लोक-लुभावन चुनावी घोषणाओं को पूरा करने के लिए बड़ी चुनौती सामने आने वाली है।