बड़ी खबर : नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर 10 करोड़ की ठगी, युवक-युवतियों को बनाया शिकार, जांच शुरू, सीईओ कार छोड़कर भागा
बिगुल
सरगुजा. संभाग में एक और ठगी का मामला सामने आया है. जहां अंबिकापुर में संचालित एक निजी चेन मार्केटिंग ने तीन हजार से अधिक युवक और युवतियों को कम समय में धन बनाना का झांसा देकर 10 करोड़ रुपये ठग लिया.
शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और गांधीनगर पुलिस ने वर्चुअल फैशन असिस्ट प्रा.लि. के सीईओ विनय जायसवाल और डायरेक्टर सुनील जायसवाल के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. इस मामले में पुलिस ने ठगी के शिकार हुए युवक और युवतियों के बयान को दर्ज किया है.
गौरतलब है कि ठगी के शिकार हीरा सिंह, अनिता मानिकपुरी, पवन मानिकपुरी, अजय कुमार, अनुप्रीति लकड़ा, सुमित खलखो सहित बड़ी संख्या में युवक, युवतियों की तरफ से 19 फरवरी को पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप चैन मार्केटिंग कंपनी वर्चुअल फैशन असिस्ट के खिलाफ कम समय में करोड़पति बनने, कार और बंगला का मालिक होने के साथ विदेश टूर का सपना दिखाकर मार्केटिंग के नाम पर 14 से 70 हजार रुपए तक वसूलने का आरोप लगाया था. यह भी आरोप लगाया गया था कि यह रकम देने के बाद निम्न स्तर का कपड़ा थमाया गया, जिसकी मूल्य 150, 200 से अधिक नहीं थी.
पहले युवकों को ठगा फिर बनाया दबाव
चैन कंपनी की तरफ से घटिया क्वालिटी के कपड़े को तीन से चार हजार में बेचने कहा जाता था. बिक्री नहीं होने पर जब नुकसान हुआ, तब उन्होंने कंपनी को कपड़ा वापस कर रुपए वापस मांगे तो इंकार कर अपने नीचे अन्य चार-चार लोगों को जोड़ने दबाव बनाया गया. जिससे ठगी के शिकार युवाओं की संख्या संभाग भर में बढ़ गई. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गांधीनगर पुलिस की तरफ से इस मामले में अपराध पंजीबद्ध किया गया.
सीईओ कार छोड़कर भागा
19 फरवरी को ठगी के शिकार युवक, युवतियों की भीड़ जब कलेक्ट्रेट पहुंची थी, तब निजी मार्केटिंग का सीईओ भी कार से पहुंच गया था. जिससे युवक, युवती आक्रोशित हो उठे और कार के पहिए की हवा निकाल दी थी. इसी बीच सीईओ ठगी के शिकार लोगों को तेवर देख भाग खड़ा हुआ था. जिससे कथित तौर पर युवकों की तरफ से कार का कांच तोड़ा गया था. देर शाम तक सीईओ के वापस नहीं लौटने पर गांधीनगर पुलिस ने कार को लावारिस हाल में जब्त किया था.