बड़ी खबर : बालको में लाठीचार्ज, छह मजदूर घायल, भाजपा समर्थित भारतीय मजदूर संघ ने दी चेतावनी, कंपनी के प्रबंधन का अड़ियल रवैया से बिगड़ी स्थिति
बिगुल
कोरबा. प्रदेश के बड़े उद्योग में से एक बालको में कल प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है. हालांकि सभी की हालत खतरे से बाहर बताई गई है. दूसरी ओर पुलिस ने उदयोग प्रबंधन की शिकायत के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामल दर्ज कर लिया है.
सूत्रों ने बताया कि वेतनमान में 12 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर गेट जाम करके आंदोलन कर रहे श्रमिकों की भीड़ को तितर- बितर करने पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए मजदूरों पर लाठी बरसा दी। घटना के बाद मजदूर में भगदड़ मच गई। इस घटना में कुछ मजदूरों को हल्की चोट लगी है। घटना के वक्त पुलिस के शीर्ष अफसर भी मौजूद थे।
वेतन 12 से घटाकर आठ प्रतिशत
बाल्को में कार्यरत कर्मियों के बीच, एलटीएस के नाम पर स्कीम फार स्कैम की जानकारी नहीं देने, वेतन में बढ़ोत्तरी करने के बजाए 12 से घटा कर आठ प्रतिशत करने समेत अन्य मुद्दों को लेकर नाराजगी व्याप्त है। पिछले चार दिनों से संयंत्र के अंदर किसी न किसी तरह से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। हालांकि इस दौरान श्रमिकों को समझाइश देने का भी प्रयास किया जा रहा, पर मामला शांत नहीं हो रहा था।
गेट पास रोकने से बिगड़ी स्थिति
बताया जा रहा है कि सोमवार को भी संयंत्र के अंदर विरोध दर्ज कराया गया, तब प्रबंधन ने वार्ता की और समझाइश दिया। बाद में कुछ लोगों का गेटपास रोक दिया गया। साथ ही कुछ मजदूरों को निलंबित कर दिया गया। इससे नाराजगी बढ़ गई है। इधर संयुक्त श्रमिक संघ एचएमएस, भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध बीकेएस, नाम्स व इंटक के दूसरे गुट ने परसाभाठा गेट में आमसभा कर मजदूरों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी देने तथा बाल्को के सीईओ के बंगले में जाकर स्थिति से अवगत कराने का निर्णय लिया।
पुलिस ने नही की गिरफतारी
मंगलवार को जब कर्मी संयंत्र के अंदर नहीं जा सके, तब संयुक्त श्रमिक संघ बैनर तले कर्मियों ने रैली निकालकर सीईओ के घर चले गए। बताया जा रहा है कि रास्ते में पुलिस ने रोक लिया और वहीं ज्ञापन ले लिया। इसके बाद मजदूर थाना पहुंच कर गिरफ्तारी देने का प्रयास किए, लेकिन पुलिस ने मना कर दिया। इसके बाद सभी यूनियन प्रतिनिधि व मजदूर बाल्को के परसाभाठा गेट, मटेरियल गेट समेत सभी गेट के समक्ष धरने पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
पुलिस ने बरसाई लाठियां : संजू शर्मा
इस बीच पुलिस के अधिकारियों ने समझाइश देने का प्रयास किया, पर मजदूर अपनी मांग पर अड़े रहे। रात नौ बजे तक भीड़ को तितर- बितर करने आखिरकार पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी। तब श्रमिकों में हड़कंप मच गया और सभी मार खाने से बचने के लिए इधर उधर भागने लगे। एचएमएस नेता संजू शर्मा ने बताया कि एक पुलिस अधिकारी ने सबसे पहले मजदूरों पर लाठियां बरसाई। न केवल मजदूरों को बल्कि आसपास में ठेले खोमचे लगाने वालों को भी नहीं बक्शा गया। बताया जा रहा है कि इस घटना को लेकर मजदूरों में नाराजगी बढ़ गई है और अब उग्र आंदोलन करने आगे की रूपरेखा तैयार करने जुट गए हैं।