ब्रेकिंग : दो राजकीय पशु का शिकार करने वाले 5 शिकारी गिरफ्तार, वन विभाग ने ली डॉग स्क्वॉड की मदद, वन अफसर की जिम्मेदारी तय हो

बिगुल
कवर्धा.भोरमदेव अभयारण्य के चिल्फी पूर्व रेंज के बीट क्रमांक 333 से वन विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यहां शिकारियों ने जंगल में करंट लगाकर एक सप्ताह के भीतर दो बायसन का शिकार कर लिया।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जहां बायसन के अवशेष बरामद हुए। जांच के दौरान यह सामने आया कि शिकारियों ने जंगल में लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक बिजली के तार बिछाकर करंट लगाया था। इसी करंट की चपेट में आकर दोनों बायसन की मौत हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन अधिकारियों ने तुरंत डॉग स्क्वॉड को बुलाया और व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी के दौरान कई स्थानों से करंट बिछाने में उपयोग किए गए तार जप्त किए गए।
डॉग स्क्वॉड की मदद से मिली सुरागों के आधार पर वन विभाग ने आरपी सल्हेवरा क्षेत्र से पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के घरों पर छापेमारी के दौरान बायसन के मांस के अवशेष भी मिले, जिससे शिकार की पुष्टि हुई है।

छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु वन भैंसा (जंगली भैंसा) है। इसे आधिकारिक तौर पर 2001 में घोषित किया गया था।
- वैज्ञानिक नाम: इसका वैज्ञानिक नाम बुबलस बुबलिस या बुबलस अर्नी है।
- विशेषता: यह शक्ति, साहस और दृढ़ता का प्रतीक माना जाता है।
- संरक्षण स्थिति: वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत यह अनुसूची-I का जानवर है और IUCN की रेड लिस्ट में संकटग्रस्त श्रेणी में आता है।



