ब्रेकिंग: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और उप राष्ट्रपति धनखड़ ने एक-दूसरे की दिल खोलकर तारीफ की, महंत ने पूछा सवाल तो उप राष्ट्रपति ने दिया यह जवाब!

बिगुल
रायपुर. उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कल विधानसभा परिसर में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम में नए विधायकों को संबोधित करने पहंुचे. इस दौरान उन्होंने कई नेताओं से मुलाकात की परंतु नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत को लेकर उनका सार्वजनिक संवाद चर्चा में बना रहा. श्री महंत ने जहां उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पूरा सम्मान दिया, वहीं एक सवाल का जवाब देने की गुजारिश भी की.
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कल विधानसभा में पहुंचे तो उनका स्वागत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरूण साव, संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमनसिंह अस्वस्थ होने के कारण समारोह में उपस्थित नही हो सके. स्वागत की औपचारिकता के बाद श्री धनखड़ ने विधानसभा परिसर में वृक्षारोपण भी किया. उन्होंने पौधा रोपना चाहा तो सभी अतिथियों का हाथ पकड़ा और सबके साथ पौधा रोपा. धनखड़ ने डॉ. चरणदास महंत को राइटिस्ट कहकर संबोधित किया तो महंत आश्चर्य में पड़ गए.
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के उदबोधन देने की बारी आई. उन्होंने धनखड़ की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि मैं भी विधानसभा अध्यक्ष रहा हूं, राजनीति में लम्बा समय बिताया है इसलिए आपको जानता हूं. नए विधायकों का और हमारा सौभाग्य है कि आपका अनुभव और मार्गदर्शन मिलेगा. आप बातों ही बातों में बहुत कुछ कह जाते हैं. वृक्षारोपण करने के दौरान आपने हम सबका हाथ पकड़ा और वृक्ष को पानी दिया. आप हंसते हंसते बहुत कुछ कह जाते हैं, सिखा जाते हैं. आपने मुझे राइटिस्ट क्यों कहा, इसका जवाब कृपया अवश्य दें.
इस पर सदन में आश्चर्यमिश्रित प्रतिक्रिया हुईं. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को जब उदबोधन के लिए बुलाया गया तो उन्होंने कहा कि वर्तमान नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं, सदन के नेता यानि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इससे बड़ी चुनौती नही हो सकती महंत उन्हें बहुत बड़ी चुनौती देंगे, लेकिन वह सकारात्मक और नियमसम्मत होगी. उन्होंने कहा कि कौन राइट है, कौन लेफट है या कौन लेफट राइट करा रहा है, यह भी सोचता रहता हूं. जब मैं राज्यसभा का सभापति बना तो सदन के नेता खड़गे से मिला. उन्होंने कहा कि आप बार बार राइट में क्यों देखते हो, उधर तो सरकार बैठती है तो मैंने कहा कि मेरा दिल तो लेफट में है तो खड़गे ने बोला कि मुहब्बत हमसे और शादी उनसे. इसलिए मैंने सोचा कि आज चरणदास महंत से राइट का रिश्ता करेंगे, लेफट का नही. उम्मीद करता हूं कि महंत सरकार को राइट या लेफट नही करेंगे. पूरा सहयोग देंगे.
अंत में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को जब सम्मान के लिए बुलाया गया तो उन्होंने सदन को हंसाते हुए कहा कि राइट से आउं या लेफट से. और फिर लेफट की ओर से मंच पर आए. उन्हें विधायक धरम लाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, प्रतीक चिहन देकर सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, मंत्री ओ पी चौधरी, मंत्री केदार कश्यप, विधायक धरम लाल कौशिक, विधायक राजेश मूणत, विधायक अजय चंद्राकर, विधायक भावना बोरा, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक रिकेश सेन, विधायक व्यास कश्यप, विधायक सुशांत शुक्ला इत्यादि जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.