ब्रेकिंग : महामाया पहाड़ पर अवैध रूप से बसे रोहिंग्याओं के अवैध कब्जे को प्रशासन ने ढहाया, वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने भूपेश बघेल को घेरा

बिगुल
अंबिकापुर के महामाया पहाड़ में तथाकथित रोहिंग्याओं द्वारा किए गए दो दर्जन से अधिक अवैध कब्जों को आज प्रशासन ने नेस्तनाबूद कर दिया. हालांकि अभी भी बहुत सा अवैध कब्जा बरकरार है मगर आगे उस पर भी कार्यवाही होना तय है.
दूसरी ओर राज्य के वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ के माथे अर्थात सरगुजा के संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के महामाया पहाड़ के सीने में बेखौफ अतिक्रमण होता रहा, महामाया पहाड़ सिसकता रहा….दुर्भाग्य कि सब कुछ बदस्तूर जारी रहा है… कल सुबह महामाया पहाड़ की इस सिसकती आवाज को सुनकर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया… वहाँ लोग बांग्ला भाषा बोल रहे थे, क्या भूपेश बघेल जी जवाब देंगे अपने 5 वर्षों की कारस्तानियों पर ? जवाब देंगे अपने तुष्टिकरण की गंदी राजनीति पर ? जवाब देंगे महामाया पहाड़ की सिसकती आवाज के सामने अपने बहरेपन पर ?
जानते चलें कि महामाया मंदिर से ऊपर ओरिएंटल पब्लिक स्कूल से आगे लेफ्ट में पहाड़ के नीचे कब्जा करके समुदाय विशेष द्वारा अवैध बस्ती बसाई गई है जिसमे पहाड़ो का भी दोहन हो रहा है और चुनाव के समय कांग्रेस टेंट लगाकर यहाँ समुदाय विशेष को महत्व देती है!
छत्तीसगढ़, रोहिंग्या और पाकिस्तानी मुल्लों के लिए शरणस्थली बना दिया गया है। तुष्टिकरण से वोटबैंक बनाने वाली कांग्रेस के संरक्षण में ये ना केवल यहां सुरक्षित हैं बल्कि अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं। इनके विरुद्ध व्यापक पैमाने पर कार्रवाई की जरुरत है।
लोगों ने इस कार्यवाही का स्वागत करते हुए कहा कि अवैध प्रवासियों को छत्तीसगढ़ की भूमि पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. ऐसे तमाम लोगों की जांच करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर उनको उनके मूल स्थान पहुंचना चाहिए.