Blog

बजट सत्र : विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा में उठी क्षेत्र की आवाज, 50 बिस्तर वाले तीन अस्पताल मांगे

बिगुल

छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में व्याप्त समस्याओं, भवनों के निर्माण, मरम्मत एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की।

इस दौरान भावना बोहरा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार हेतु छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार निरन्तर कार्य कर रही है। बजट में भी स्वास्थ्य सेवाओं को प्रमुखता से ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण हेतु 7552 करोड़ का प्रावधान किया है जो पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा किये गए प्रावधान से लगभग 2000 करोड़ रुपये अधिक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना से लेकर शहिद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना, सहित अस्पतालों के उन्नयन, उपकरणों के अपग्रेडेशन से लेकर मूलभूत व आवश्यक सुविधाओं का विस्तार भी कर रही है, जिससे आमजनों को लाभ मिलेगा।

भावना बोहरा ने पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण के विषय मे भी सदन के समक्ष अपनी बात रखते हुए रणवीरपुर, कुण्डा और वनांचनल क्षेत्र कुकदुर में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल की मांग की है। उन्होंने पंडरिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों के निरक्षण की मांग करते हुए वहां चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों तथा दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। इसके साथ ही विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सोलर पैनल, सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन, सोनोग्राफी मशीन, एक्स रे मशीन, ईसीजी मशीन जैसे आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता की कमी को देखते हुए जल्द से जल्द इसकी स्थापना करने की भी मांग की है और कुण्डा एवं कुकदुर में एक्स-रे मशीन टेक्नीशियन की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए पंडरिया नगर में महिला और बच्चों के अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ एवं बाल रोग विशेषज्ञ की भी स्थाई नियुक्ति करने के विषय में भी मांग की है।

भावना बोहरा ने आगे कहा कि पंडरिया विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण व अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में निरीक्षण के दौरान कुछ अव्यवस्थाएं देखने को मिली हैं जिसके प्रति मैं सदन का ध्यान आकर्षण करना चाहती हूं। कुछ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता एवं चिकित्सकों का आभाव है, जिसके निराकरण के लिए क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का सर्वे कराकर वहां निहित समस्यों को दूर करने से मरीजों और उनके परिजनों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही विधानसभा क्षेत्र पंडरिया अंतर्गत पांडातराई एवं जंगलपुर में उप स्वास्थ्य केंद्र तथा ग्राम महली में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने की मांग भी की। इसके अलावा क्षेत्रवासियों की सुविधा हेतु उन्होंने पंडरिया विधानसभा अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र कामठी, नेऊर, बदना, छीरपानी, कोदवा गोडान, कंझेटा, पांडातराई, दुल्लापुर, बागामुड़ा, पौनी, रुसे एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुल्लापुर के जर्जर भवन की मरम्मत व बाजार चारभाठा के उपस्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन करने की भी मांग की है।

उन्होंने सदन में कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों व मरीजों के लिए निर्मित शौचालय की टंकी के मरम्मत, उपस्वास्थ्य केंद्रों का समतलीकरण व क्रंकीटीकारण, उप स्वास्थ्य केंद्रों में अतिरिक्त कक्ष निर्माण जैसे मूलभूत व आवश्यक सुविधाओं का विस्तार करने तथा प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छ पेयजल, गरम पानी की सुविधाओं की कमी, स्टाफ क्वाटर की कमी व जर्जर होने की वजह से स्वास्थ्य कर्मियों को हो रही परेशानी के संबंध में भी जानकारी देते हुए उसे दुरुस्त करने की भी बात कही। वहीं पंडरिया विधानसभा के कुछ प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र जैसे पंडरिया, कामठी, मुनमुना,नेऊर, उप स्वास्थ्य केंद्र छीरपानी, बघमुड़ा, रामतला के भवन मरम्मत एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भवन निर्माण की अत्यंत आवश्यकता को देखते हुए उसे पूर्ण करने तथा बिजली की समस्या को देखते हुए विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों में सोलर पैनल की स्थापना सुनिश्चित करने की भी मांग है जिससे वहां बिजली संबंधित होने वाली समस्या का निराकरण हो सके।

विधानसभा में चर्चा के दौरान भावना बोहरा ने बहुत ही गंभीर विषय पर सदन का ध्यान आकर्षण करते हुए कहा कि हमारे राज्य में हर वर्ष अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता कई मरीजों को होती है। इसके लिए विभागीय गतिविधियां आशा के अनुरूप नहीं चल रही है, विभिन्न अंगों के प्रत्यारोपण हेतु वेटिंग लिस्ट बढ़ती ही जा रही है। वर्तमान में किडनी में लगभग 106 वेटिंग लिस्ट और लिवर में लगभग 15 वेटिंग लिस्ट है। राज्य में स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइज (SOTO) संस्था जो प्रत्यारोपण से संबंधित गतिविधियां करती है, वह अंगदान हेतु लोगों को जागरूक करने में कहीं न कहीं सार्थक प्रयास नही कर पा रही है। अंगदान हेतु लोगों में जागरूकता लाना भी अत्यंत आवश्यक है जिसकी वजह से प्रत्यारोपण की प्रक्रिया सरल हों सके एवं जरूरतमंद लोगों को प्रत्यारोपण के लिए इंतजार न करना पड़े। इसलिए संस्थान द्वारा प्रचार प्रसार और जागरूकता के लिए अब तक क्या पहल की गई है और आमजनों पर उसका क्या प्रभाव पड़ा है साथ ही प्रचार-प्रसार हेतु दी जा रही राशि का भी सदुपयोग हो रहा है या नहीं, इसपर भी जरूर संज्ञान लिया जाए।

Show More

The Bigul

हमारा आग्रह : एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं. कृपया हमारी आर्थिक मदद करें. आपका सहयोग 'द बिगुल' के लिए संजीवनी साबित होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button