मध्यप्रदेश

संतों के आशीर्वाद से नक्सल मुक्त हो रहा प्रदेश, महात्यागी को श्रद्धांजलि देने सपरिवार पहुंचे सीएम साय

बिगुल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज बालोद जिले के डोंडी विकासखंड के जामडी पाटेश्वर धाम पहुंचे यहां पर उन्होंने दिवंगत संत राजयोगी रामजनकी दास महात्यागी को श्रद्धांजलि देने परिवार सहित पहुंचे, मंदिर भ्रमण कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संतों के आशीर्वाद से आज छत्तीसगढ़ खुशहाल हो रहा है और उन्होंने कहा नक्सल जैसे मुद्दों पर हम लड़ पा रहे हैं आज नक्सल विषय संतों के आशीर्वाद से समाप्ति की ओर है।

वही प्रदेश में केंद्रीय गृह मंत्री के दौरे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस द्वारा दी जा रही प्रतिक्रिया को लेकर उन्होंने जवाब दिया है उन्होंने कहा पिछली सत्ता में रहते 36 वादे किए थे एक वादे भी पूरे नहीं हुए जिसके कारण अब विपक्ष के पास कोइ मुद्दा नहीं बचा है इसलिए उल जलूल बयान देते रहते हैं, दरअसल आज पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से कहा था कि केंद्रीय गृह मंत्री अडानी के लिए जमीन देखने आए थे, बस्तर को कुछ देने नहीं।

बालक दास ने कहा, विश्व में चर्चा कौशल्या धाम की
पाटेश्वर धाम के पीठाधीश बाबा बालक दास ने कहा कि मां कौशल्या जी का मंदिर एक चंदखुरी में है जो की स्वयंभू मंदिर है लेकिन हम जो यहां पर धाम बना रहे हैं उसकी चर्चा पूरे प्रदेश देश सहित विदेशों तक भी हो रही है और उन्होंने कहा हम निरंतर वैष्णव समाज को आगे लेकर जाना चाहते हैं इस क्षेत्र में हम हमेशा काम कर रहे हैं और आज हमारे पूजनीय गुरु जी को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री पहुंचे हुए हैं और वे लंबे समय से हमारे शिष्य परिवार में से रहे हैं।

मैं शुरुआत से सानिध्य में रहा- सीएम
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि मैं संतों के साथ एक शिष्य के रूप में काफी लंबे समय से रहा हूं दिल्ली में भी मैं गया हमारे क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र में भी मा त्यागी महाराज का आगमन हुआ था और उनके समर्थक पूरे देश भर में पहले हुए हैं और मैं अपने परिवार के साथ आया हूं यह एक पारिवारिक आयोजन जैसा है और संतों के आशीर्वाद से ही छत्तीसगढ़ खुशहाली की ओर बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि आज हम लोग पूरे परिवार सहित पहुंचे हुए हैं मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे भी देखें और इन संतों का आशीर्वाद ले और उनके दिखाए हुए रास्ते पर चले।

Show More

The Bigul

हमारा आग्रह : एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं. कृपया हमारी आर्थिक मदद करें. आपका सहयोग 'द बिगुल' के लिए संजीवनी साबित होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button