कलेक्टर की पहल, दो एकड़ सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को हटाया, नगर निगम की भूमाफिया के खिलाफ कार्यवाही
बिगुल
रायपुर. प्रशासन और नगर निगम की टीम ने आज राजधानी रायपुर के सड्डू इलाके में शासकीय जमीन पर किये गए बड़े कब्जे को हटाया। यहां लगभग 2 एकड़ जमीन को बॉउंड्री वॉल से घेर दिया गया था।
जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के आदेश पर बुधवार को नगर निगम के जोन 9 के नगर निवेश विभाग की टीम ने एसडीएम और तहसीलदार की अगुवाई में सड्डू ईरानी डेरा, बीएसयूपी आवासीय परिसर के सामने लगभग 2 एकड़ शासकीय भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया। जिस भूभाग से कब्जा हटाया गया है वहां पर बाकायदा एक गेट लगा हुआ था, जिस पर समरू साहू के नाम का उल्लेख था।
बताया जा रहा है कि काफी समय से इस जमीन पर बेजा कब्ज़ा था, और मौका देखकर बॉउंड्री वॉल खड़ा कर दिया गया। राजस्व विभाग की जांच में यह जमीन सरकारी मिली और उसके बाद निगम द्वारा चलाये जा रहे अभियान के तहत आज इस अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई की गई।
99 लाख में खरीदी 5 करोड़ की जमीन
बिलासपुर. ईसाई कब्रिस्तान के नाम पर दर्ज जमीन की राजस्व रिकार्ड में हेराफेर और षडयंत्र कर खरीद-बिक्री मामेल में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में पाली तानाखार के पूर्व विधायक मोहितराम केरकेट्टा और उनके बेटे सहित 10 अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. सिविल लाइन पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर यह बड़ी कार्रवाई की है.
दरअसल, 2018 में छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले मोहित राम को मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई थी. सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दिया था.
पुलिस द्वारा दर्ज किए गए एफआईर के मुताबकि, पूर्व विधायक पर आरोप है कि मोहितराम केरकेट्टा ने अपने पद का दुरुपयोग कर बिलासपुर के कुदुदंड के चर्च ऑफ क्राइस्ट मिशन इन इंडिया के कब्रिस्तान के नाम पर दर्ज करीब एक एकड़ जमीन की खरीदी अपने बेटे शंकर केरकेट्टा के नाम पर की थी.