बिगुल
जगदलपुर :- छत्तीसगढ़ सरकार में आबकारी मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता कवासी लखमा अपने बयानों और कार्यों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। दक्षिण बस्तर अंतर्गत सुकमा जिले की कोंटा सीट से छठवीं बार चुनाव लड़े लखमा का मुकाबला यहां भाजपा के साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से भी है। चुनाव प्रचार के दौरान यहां सीपीआइ को जमकर कोसने वाले लखमा तेलंगाना में सीपीआइ की तारीफ करते घूम रहे हैं, क्योंकि वहां कांग्रेस का सीपीआइ और तेलुगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन है।
तीनों दलों के नेता एक-दूसरे की पार्टी के प्रचार में साथ घूम रहे हैं। लखमा बकायदा सीपीआइ का गमछा गले में डालकर निकलते हैं। बता दें कि कवासी लखमा कोंटा सीट से पांच बार के विधायक हैं। इस सीट से लखमा को सीपीआइ से हमेशा कड़ी चुनौती मिलती रही है। सीपीआइ यहां दो बार चुनाव जीत भी चुकी है। बीते विधानसभा चुनाव में भी सीपीआइ प्रत्याशी मनीष कुंजाम ने यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।प्रचार के दौरान लखमा ने यहां सीपीआइ को कोसने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी थी।
लेकिन अब जब वे पड़ोसी राज्य तेलंगाना के भद्राचलम सीट में कांग्रेस के प्रचार के लिए गए हुए हैं तो वहां सीपीआइ की खूब तारीफ कर रहे हैं। भद्राचलम से गठबंधन की ओर से कांग्रेस के पोडेम वीरैया प्रत्याशी हैं।मंत्री लखमा ने मोबाइल फोन पर चर्चा करते हुए कहा कि राजनीति में कोई किसी का व्यक्तिगत दुश्मन नहीं होता। लोकतंत्र में विचारधारा की लड़ाई होती है। सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए तेलंगाना में सीपीआइ और तेलुगु देशम पार्टी दोनों कांग्रेस के साथ हैं। तीनों दलों के नेता, कार्यकर्ता एक साथ जनसंपर्क पर निकलते हैं। सभी के गले में तीनों पार्टियों का गमछा होता है। उन्हें भी सीपीआइ और तेलुगु देशम पार्टी का गमछा पहनाया गया।