मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा- एनडीटीवी के चैनल मप्र छत्तीसगढ़ की लॉन्चिंग का मौका
बिगुल
रायपुर :- मुख्यमंत्री ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश का हिस्सा था तो छत्तीसगढ़ के बनने की बड़ी वजह सांस्कृतिक थी। इतना लंबा समय हो गया था लेकिन राज्य के लोग नये राज्य के सुख का अनुभव पूरी तरह से नहीं कर पा रहे थे। हमने सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम आरम्भ किया।
. छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। उनके वन गमन का पथ भी यही है। सिरपुर देखिए, सभी धर्मों का यहां समन्वय है। कबीर, गुरु घासीदास, स्वामी विवेकानंद का गहरा प्रभाव यहां रहा है।
. छत्तीसगढ़ में हम असहमति का भी सम्मान करते हैं। सबसे सलाह लेते हैं। जो अच्छी परम्परा है उन्हें हम लेकर चलते हैं। जो त्रुटिपूर्ण हैं उन्हें सुधारते हैं।
. नीति आयोग के सर्वे के मुताबिक 40 लाख लोग गरीबी से बाहर आये हैं।
. हम इंग्लिश मीडियम के नये कॉलेज आरम्भ करेंगे ताकि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चों को आगे भी इंग्लिश में शिक्षा मिल सके।
. सभी वर्गों के लोगों को हमारी योजनाओं से लाभ मिला। लोगों के जीवन में समृद्धि आई है।
. राम हमारे भांजे हैं। हमने कौशल्या मंदिर जे विस्तार के लिए काम किया है। राम हमारे आस्था के केंद्र हैं।
. हमने छत्तीसगढ़ की जरूरतों के मुताबिक योजनाएं बनाई। हमारे मोबाइल क्लीनिक के माध्यम से बहुत अच्छा इलाज हुआ।
. हमारे देश में सांस्कृतिक विविधता है। यह हमारे देश की सुंदरता है। हमने अपनी परंपरा को सहेजने की दिशा में काम किया है।
. मुख्यमंत्री से इस अवसर पर प्रस्तोता श्री संकेत उपाध्याय के आग्रह पर भजन भी सुनाया।
श्री रामचन्द्र कृपालु भजमन, हरण भव भय दारुणं।