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वन विभाग क्रूर हुआ, 500 दैनिक वेतनभोगियों की छुटटी, परिवारों में गहराया आर्थिक संकट, लिस्‍ट के आधार पर वेतन का बजट दिया

बिगुल
रायपुर. दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारियों को बड़ा झटका लगा है। राजधानी रायपुर में बजट का हवाला देते हुए 500 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की छटनी की गई है। छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार सिन्हा के मुताबिक छटनी में 8 से 10 साल काम कर चुके कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।

बता दें कि इन 500 दैनिक वेतन भोगियों की छटनी वन विभाग छत्‍तीसगढ़ के द्वारा की जा रही है। अब इन कर्मचारियों के परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इस छटनी से छत्‍तीसगढ़ वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में भी आक्रोश है।

छत्‍तीसगढ़ वन दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की छटनी को लेकर संघ ने वित्तमंत्री ओपी चौधरी से मुलाकात की है। वित्‍त्तमंत्री को अपनी पांच मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार एक ओर नियमितीकरण की बात कर रही है। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों की छटनी की जा रही है। अगर इस फैसले के खिलाफ उचित कदम सरकार के द्वारा नहीं उठाए गए तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

इसलिए की जा रही कर्मचारियों की छटनी
छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार सिन्हा ने बताया कि छटनी में 8 से 10 साल काम कर चुके कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं। श्रमायुक्त वित्त विभाग में निर्देश जारी किया था कि जिनको श्रमयुक्त दर से वेतन भुगतान हो रहा है उन्हें 4000 सम्मान राशि देना है, लेकिन यहां मुख्य वन संरक्षक के द्वारा निर्देश जारी किया गया है कि जाबदर संविदा में कार्यरत है उनको 4000 सम्मान राशि दे रहे हैं। जिसके कारण बजट की कमी हो रही है। इसके चलते कर्मचारियों की छटनी की जा रही है।

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