गैंगरेप : रक्षाबंधन पर लुटी अस्मत, राजधानी में दो सगी बहनों से 10 दरिंदों ने किया दुष्कर्म, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष के बेटे सहित सभी आरोपी गिरफ्तार
बिगुल
रायपुर. बीती रात रक्षाबंधन पर्व मनाकर एक युवक के साथ घर लौट रही दो युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दोनों बहनें रक्षाबंधन मनाकर घर लौट रही थी तभी रिम्स कॉलेज के पास दरिंदो के झुंड ने रास्ता रोका।
आरोपियों ने पहले युवक की पिटाई की और उसके बाद सुनसान सड़क पर दरिंदों ने दोनों सगी बहनों के साथ गैंग रेप किया। रायपुर के मंदिर हसौद थाना इलाके में सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी मिलते ही पुलिस ने रात में ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गैंग रेप का मुख्य आरोपी भाजपा मंडल उपाध्यक्ष का बेटा है जिसके खिलाफ कई अपराध दर्ज हैं।
बताया गया कि देर रात एक बजे पीड़िता मंदिर हसौद थाना पहुंची। उसने शिकायत में पुलिस को बताया कि वह एक लड़के और छोटी बहन के साथ राखी त्यौहार मनाकर स्कूटी में सवार होकर भानसोज के रास्ते वापस रायपुर आ रही थी। एक मोटर सायकल में तीन लोग सवार थे। उन लोगों ने हाथ देकर इन लोगो को रोक लिया और डरा धमकाकर मोबाइल और पैसे लूटे। इसके बाद पीछे से क़रीब चार मोटर सायकल में और लड़के आ गये। दोनों बहनों को जान से मारने की धमकी देकर एक मोटरसायकल में बिठाकर सड़क से कुछ दूर ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म किया।
सामूहिक दुष्कर्म की सूचना मिलते ही एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने एडिशनल एसपी नीरज चन्द्राकर, चंचल तिवारी, डीएसपी अविनाश मिश्रा, दिनेश सिन्हा ललिता मेहर और जिले के करीब 6 थानेदारों को तुरन्त घटनास्थल जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी का निर्देश जारी किया। रात में ही सभी मंदिर हसौद थाना पहुंचे और पीड़िता से पूरी जानकारी ली। पीड़िता के बताये अनुसार हुलिये और अन्य जानकारी के आधार पर पुलिस की मल्टीपल टीम्स टीम ने रात को रेलवे स्टेशन और अन्य अलग-अलग जगहों से 10 आरोपियों को हिरासत लिया है।
आरोपी पूनम ठाकुर, घनश्याम निषाद, लव तिवारी, नयन साहू, केवल वर्मा उर्फ़ सोनू, देवचरण धीवर, लक्ष्मी ध्रुव, प्रहलाद साहू, कृष्णा साहू, युगल किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से 5 आरोपित पिपरहट्टा गांव के हैं और शेष आरोपित बोरा, उमरिया और टेकारी गांव के हैं।
बताया गया कि मुख्य आरोपी पूनम ठाकुर आदतन अपराधी है। इसके विरुद्ध थाना मंदिर हसौद और आरंग में कुल 5 मामले पंजीबद्ध है। वर्ष 2019 में हत्या के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था। वर्ष 2022 में बलात्कार के मामले में रायपुर पुलिस ने गिरफ़्तार कर जेल भेजा था जो 17 अगस्त 2023 को जमानत पर रिहा हुआ है। जेल से छूटने के कुछ ही दिन के अंदर फिर से घिनौना कृत्य किया है। उपरोक्त आरोपियों से लूटा गया मोबाइल भी जप्त किया गया है। पूछताछ जारी है।