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अगर आप भी शेर पालने का रखते हैं शौक, तो दिल्ली का ये चिड़ियाघर करेगा आपकी ख्वाहिश पूरी,बस करना होगा ये काम…

If you also have a hobby of keeping a lion, then this zoo of Delhi will fulfill your wish, you just have to do this work…

ऐसे बहुत सारे लोग है जिन्हें जानवरों व पक्षियों से काफी लगाव रहता है. वह दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में एक दिन के लिए भी जानवरों को गोद ले सकते हैं. 1643 रुपये में शेर, टाइगर और हाथी को एक दिन के लिए गोद लिया जा सकता है. यह व्यवस्था जल्द ही शुरू की जाएगी. अभी तक सिर्फ एक साल के लिए ही जानवरों को गोद लेने की सुविधा थी. इससे गोद लेने का शुल्क ज्यादा था और लोग जानवरों को गोद नहीं ले पाते थे.

नेशनल जूलाजिकल पार्क दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार का कहना है कि लोगों की सुविधा और जानवरों के प्रति लगाव को बढ़ाने के उद्देश्य से यह व्यवस्था लागू करने की दिशा में काम किया जा रहा है. अभी जानवरों को एक साल के लिए गोद लेने का शुल्क ज्यादा होने से बड़ी संख्या में जानवरों को गोद लेने के इच्छुक लोग इस सुविधा से वंचित रह जाते हैं. अगले तीन माह के भीतर यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी कि लोग एक दिन के लिए भी दिल्ली जू के किसी भी जानवर या पक्षी को गोद ले सकेंगे.

उन्होंने बताया कि जानवरों को गोद लेने की सुविधा, एक दिन, एक सप्ताह, 15 दिन, एक माह, तीन माह, छह माह और एक साल के लिए होगी. इससे लोग बर्थडे, एनिवर्सरी या विशेष अवसर पर जानवरों की सेवा कर सकेंगे. इसके दिल्ली जू में डायरेक्टर ऑफिस में संपर्क करना होगा. जानवरों को गोल लेने वालों को पास भी दिए जाते हैं, इससे जू में आने का टिकट नहीं लगता है.

दिल्ली जू में 80 प्रजाति के पशु-पक्षी

दिल्ली जू में वर्तमान में 80 प्रजाति के पशु-पक्षी हैं. मास्टर प्लान के मुताबिक दिल्ली जू में पशु-पक्षियों की प्रजाति को 212 तक ले जाना है. इनमें कई दुर्लभ प्रजाति के पशु-पक्षी हैं. कई विदेशी भी हैं. जू में इनके संरक्षण और इनकी संख्या बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. इसके लिए अच्छा खानपान और अच्छा वतावरण दिया जाता है.

जानवरों व पक्षियों को गोद लेने वालों की संख्या

दिल्ली जू प्रशासन की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बीते वित्तीय 2023-24 में 40 लोगों ने जानवरों व पक्षियों को एक साल के लिए गोद लिया था. वहीं, वित्तीय वर्ष 2024-25 शुरू होने के बाद से 10 और लोगों ने जानवरों को एक साल के लिए गोद लिया. गैंडा जैसे जानवरों को कंपनियों ने गोद लिया है. पक्षियों, भालू आदि जिनका गोद लेने का शुल्क कम है तो उन्हें लोगों ने गोद लिया हुआ है. अभी तक शेर को किसी ने गोद नहीं लिया है.

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