गर्मी का कहर : मजदूर की हुई मौत, महिला को पैरालिसिस अटैक, सलाह : तेज धूप में निकलने पर सिर और कान को पूरी तरह से ढंके

बिगुल
राजनांदगांव. जिले में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के बीच जारी मनरेगा कार्य में लगे एक मजदूर की मौत हो गई है, तो वहीं दूसरी महिला मजदूर को पैरालिसिस अटैक आया है.
सोमनी क्षेत्र के खुंटेरी में काम करते समय मनरेगा मजदूर दिलीप चंद्राकर गश खाकर गिरे और उनकी मौत हो गई है. वहीं राजा भानपुरी में मनरेगा के तहत काम करते समय 31 मई को सतरूपा बाई पति स्व. भूषण साहू को पैरालिसिस अटैक आ गया, तत्काल उसे एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नौतपा के आठवें दिन शनिवार को तापमान फिर 46 डिग्री पर रहा. बहुत जरूरी होने पर घर से निकलने की समझाइश दे रहे हैं, इसके बाद भी मनरेगा कार्य को बंद नहीं कराया जा रहा है. आंगनबाड़ी भी संचालित हो रहे हैं. राजनादगांव एसडीएम अतुल विश्कर्मा ने बताया कि घटना हुई है, मनरेगा मजदूर की मौत काम करने के बाद हुई है, और बीमा की जो राशि सरकार के गाइडलाइंस है उसके तहत दी जाएगी. वहीं एक और मजदूर को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने आगे कहा मनरेगा के मजदूरों के लिए गाइडलाइंस है जल्दी काम मे लग जाये और दोपहर से पहले काम निपटा लें. हीट रेडिएशन की मात्रा बीते वर्षों की तुलना में बहुत बढी है, जिससे तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस परिस्थिति के लिए जिम्मेदार है.
तेज धूप में निकलने पर सिर और कान को पूरी तरह से ढकना
एक्सपर्ट का कहना है कि इतनी तेज धूप में बाहर निकलने पर सिर और कान को पूरी तरह से ढकना जरूरी है. सिर को ढकें बिना बाहर निकलने पर तेज धूप सिर के सबसे पहले बंधे पैरालिसिस और कुछ केसेस में व्यक्ति की मौत तक हो सकती है. हीट वेव्स के कानों पर लगातार पड़ने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी हो सकता है. लू के लक्षण- सिर में भारीपान और दर्द होना, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक हो जाने के बाद भी पसीना न आना,



