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मॉल दुर्घटना : गार्ड की बात मान ली होती तो बच्चा जिंदा होता! पंडरी सिटी सेंटर माल की दुर्घटना ने शहर को झकझोर दिया

लोगों ने कहा कि भगवान काश, कुछ ऐसा कर देते कि पांच माह 15 दिन के मासूम की जान बच जाती, लेकिन उससे भी बड़ी बात टीम को तब पता चली, जब वह बुधवार को माल में पहुंची। जी हां, जब मासूम के स्वजन एस्केलेटर पर चढ़ रहे थे, उस दौरान अगर वहां महिला गार्ड की बात मान लिए होते तो शायद हादसा नहीं होता। गार्ड ने कहा था कि आप लोग बच्चों के साथ हैं, इसलिए लिफ्ट से ऊपर चले जाएं, लेकिन मासूम के स्वजन ने बात नहीं सुनी और एस्केलेटर से बच्चों के साथ चढ़ने लगे।

बुधवार को माल में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम देखने को मिले। माल प्रबंधन द्वारा एस्केलेटरों के ऊपर और नीचे तरफ गार्ड तैनात किए थे, लेकिन इसके बाद भी लोगों के बीच लापरवाही देखने को मिली। लोग गार्डों की बातें मानने को तैयार नहीं थे। मनमाने तरीके से ही हाथ छोड़कर एस्केलेटर का उपयोग कर रहे थे। हालांकि मंगलवार को हादसे दौरान भी गार्ड एस्केलेटर के पास मौजूद थी। प्रबंधक के एसओ जावेद खान ने बताया कि एस्केलेटर में और ज्यादा सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी। हादसे के बाद अब पुलिस सभी माल का निरीक्षण करेगी और सुरक्षा इंतजाम को जांचेगी।

अफरातफरी में सबकी समझ से परे था मंजर

इस दर्दनाक हादसे का शिकार हुई परिवार के बारे में माल के दुकानदारों ने बताया कि सभी लोग मौसा के साथ माल आए हुए थे। वहीं मासूम को भी उनके स्वजन गोद में लिए थे। सभी बच्चों के साथ खुशनुमा पल बिताने आए स्वजन को भी क्या पता था कि इतना दर्दनाक हादसा हो जाएगा। सब अपनी मस्ती में तीसरे माले से चौथे माले पर एस्केलेटर से चढ़ रहे थे। बच्चे की मां एस्केलेटर पर चढ़ने के दौरान थोड़ा पीछे रह गई थी। उसके एस्केलेटर के पास पहुंचने तक मासूम हाथ से छिटककर 40 फीट नीचे जा गिरा। अपने बच्चे को नीचे गिरते देख मां मौके पर ही बेहोश हो गई। दुकानदारों ने बताया कि ऊपर मौजूद मां को कुछ गार्ड संभाल रहे थे और नीचे मौजूद गार्ड ने बच्चे को उठाया। वहां मौजूद लोग तुरंत बच्चे को लेकर हास्पिटल गए।

नगर निगम रायपुर के कार्यपालन अभियंता एसपी त्रिपाठी के अनुसार

  • ऐसे स्थल, जहां पर ऊंचाई में एस्केलेटर लगे हैं, उन्हें काच के माध्यम से कवर किया जाना चाहिए।
  • कांच द्वारा एस्केलेटर कवर किए जाने से एक तो माल का ब्यू भी बराबर दिखाई देगा और सुरक्षा भी बनी रहेगी।
  • ऊंचाई वाले एस्केलेटर के नीचे जंपिंग वाले खेलों के सेटअप अनिवार्यता के साथ लगाए जाएं, ताकि इस तरह की अनहोनी होने पर भी बचने के चांस रहें।
  • एस्केलेटर में ऊंचाई वाली जालियां भी लगाई जा सकती हैं, जिनकी ऊंचाई पांच फीट हो।
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