दर्दनाक : नक्सलियों ने की दो लोगों की हत्या, 2 महीनों में 10 से ज्यादा ग्रामीणों की हत्या, पुलिस मुखबिरी करने का लगाया आरोप
बिगुल
सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एक गांव में नक्सलियों ने हमला बोलते हुए दो लोगों की हत्या कर दी है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने कथित तौर पर पुलिस मुखबिरी करने के आरोप में दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या कर दी है. नक्सली संगठन के पामेड़ एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए प्रेस नोट भी जारी किया है.
दोनों मृतक ही ग्रामीण घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र दुल्लेड़ गांव के निवासी थे. जानकारी के मुताबिक मृतक ग्रामीणों का नाम सोढ़ी हूंगा और माड़वी नंदा है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने ग्रामीणों को घर से अगवा कर कुछ दूर ले जाकर उनकी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी.
चिंतागुफा थाना की पुलिस को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने दोनों ग्रामीणों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मौके से नक्सली पर्चा भी बरामद किया गया है. इसमें दोनों ग्रामीणो पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप नक्सलियों ने लगाया है. नक्सलियों ने इसके अलावा इसी गांव के रहने वाले पड़मा (पंगाल ड़ेंगाल) और देवे पर भी पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया है और इस काम को छोड़कर साधारण जिंदगी जीने की चेतावनी दी है. इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.
पिछले 2 महीनों में 10 से ज्यादा ग्रामीणों की हत्या
बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस मुखबिरी के आरोप में ग्रामीणों की हत्या का सिलसिला लगातार जारी है. जनवरी माह से अब तक नक्सलियों ने 10 से ज्यादा ग्रामीण पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाकर उनकी निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी है. गुरुवार को भी नक्सलियों ने सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के दुल्लेड़ गांव के रहने वाले दो ग्रामीण सोड़ी हूंगा और माड़वी नंदा की हत्या कर दी. साथ ही इसी गांव के रहने वाले दो अन्य ग्रामीणों को भी चेतावनी दी है.
‘आम लोगों को शिकार बना रहे नक्सली’
सुकमा एसपी किरण चव्हाण का कहना है कि नक्सली अपने जनाधार को खत्म होता देख आम नागरिकों को अपना शिकार बना रहे हैं. गुरुवार की रात सोढ़ी हूंगा और माड़वी नंदा अपने घर में मौजूद थे, तभी उनके घर पहुंचे नक्सलियों ने अपने कायराना करतूत को अंजाम देते हुए दोनों ग्रामीणों को घर से कुछ दूर ले जाकर निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी. एसपी का कहना है कि दोनों ही ग्रामीण साधारण जिंदगी जी रहे थे. पुलिस का इन ग्रामीणों से किसी तरह का कोई संपर्क नहीं था. नक्सली अपनी हुकूमत चलाने के लिए इस तरह से निर्दोष ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं.
‘पुलिस कैंप खुलने से बौखलाए हैं नक्सली’
सुकमा एसपी ने कहा कि ग्रामीण अपने क्षेत्र में विकास चाह रहे हैं और पुलिस कैंप खुलने से इसका समर्थन भी कर रहे हैं. ऐसे में विकास विरोधी नक्सली अपने आप को जनता का हितैषी बताकर निर्दोष ग्रामीणों पर झूठे आरोप लगाकर हत्या कर रहे हैं. एसपी का कहना कि सुकमा पुलिस नक्सलियों से इस इलाके में निर्णायक लड़ाई लड़ रही है. इसी का नतीजा है कि लगातार कोर इलाके में पुलिस कैंप खोले जा रहे हैं, जिससे नक्सली बौखलाए हुए हैं. जल्द ही इस इलाके में बड़े ऑपरेशन लॉन्च कर नक्सलियों का सफाया किया जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और लगातार इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दी गई है.