भारत में आम चुनाव के बीच थिंक टैंक ग्लोबल ब्रिटेन सेंटर के संस्थापक अमनदीप भोगल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुरजोर समर्थन किया है. भोगल का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान न केवल भ्रष्टाचार को कम किया है बल्कि महत्वपूर्ण बात है सुशासन, जिसको वह सही कर रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए भोगल ने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कार्यकाल की कुछ ऐसी बातें हैं, जिसे मैं ग्लोबल ब्रिटेन में वापस ले जाना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि नया भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और सुशासन से बहुत कुछ सीख सकते हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को उनसे यही सीखना चाहिए.
अमनदीप भोगल ने कुछ साल पहले ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के साथ मिलकर ग्लोबल ब्रिटेन सेंटर की स्थापना की थी. इसका उद्देश्य ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन के हितों को लेकर चर्चा करना था.
भोगल ने आम चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र की भी सराहना की और कहा कि यह हर भारतीय के लिए समावेशी विकास प्रदान करता है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र या वर्ग का हो. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जारी किया गया घोषणापत्र बहुत ही समावेशी है.
बता दें, बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने, देश में समान नागरिक संहिता और एक राष्ट्र एक चुनाव लागू करने का वादा किया है. साथ ही ‘ग्लोबल साउथ की आवाज’ के रूप में भारत की स्थिति को और मजबूत करने की बात कही गई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के लिए स्थायी सदस्यता और 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए काम करने का भी वादा किया गया है.
मोदी सिर्फ अल्पसंख्यक नीतियों पर बात नहीं करते हैं
भोगल ने एएनआई से बात करते हुए कहा, मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘महान’ घोषणापत्र को पूरा करना वास्तव में काफी आसान है. डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया को देखें, ये सभी के लिए डिजाइन की गई है यानी प्रत्येक भारतीय के लिए समावेशी विकास, चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि का हो. प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ अल्पसंख्यक नीतियों के बारे में बात नहीं कर रहे हैं. वह यह भी कह रहे हैं, 218 अन्य नीतियां हैं, वे भी अल्पसंख्यकों के लिए हैं. इसलिए यह एक बहुत ही समावेशी विकास एजेंडा है.
भारत को ब्रिटेन की विदेश नीति के केंद्र में होना चाहिए…
विदेश नीति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने झुकाव में हिं-प्रशांत क्षेत्र की ओर देखते हैं. भारत को हमारी विदेश नीति और जुड़ाव के केंद्र में होना चाहिए. जैसा कि यूके के पूर्व व्यापार सचिव जैकब रीस-मोग ने कहा था कि भारत अगले तीन दशकों में ब्रिटेन का सबसे महत्वपूर्ण दोस्त और भागीदार होगा, यहां तक कि अमेरिका से भी आगे.