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नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्जन्म, 300 कमरे, 7 बड़े हॉल…1600 साल पहले कैसी थी नालंदा यूनिवर्सिटी, देखिए पुरानी और नई तस्वीरें

बिहार स्थित नवनिर्मित नालंदा विश्वविद्यालय पुनर्जीवित हो गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उसे लोकार्पित किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नितिश कुमार भी उपस्थित थे. नालंदा का हमारे गौरवशाली अतीत से गहरा नाता है. यहां के पुस्तकालय में 3000 छात्र एक साथ बैठकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. 3 लाख से अधिक किताबे होंगी. इतिहास में दर्ज है कि नालंदा गुरूकुल जोकि दुनिया का विशाल शैक्षिक मंच था, को आतंकी बख्तियार खिलजी ने 1193 में जलाकर पूरी तरह से राख कर दिया था. जिसे अब तक नालंदा खंडहर के नाम से जाना जाता है. आश्चर्य कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने भी इस विश्वविद्यालय के साथ जुड़ने में खासी रूचि दिखाई है.

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