दुर्ग और जांजगीर-चांपा में पटाखे के विवाद पर दो हत्याएं, दिवाली की रात मातम में बदली

बिगुल
छत्तीसगढ़ में दिवाली की रात दो अलग-अलग जगहों पर पटाखा फोड़ने के विवाद ने दो जानें ले लीं. पहली वारदात दुर्ग के छावनी थाना क्षेत्र के बैरागी मोहल्ले में हुई, जहां 55 वर्षीय व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि मृतक ने मोहल्ले में पटाखे फोड़ रहे युवकों से थोड़ी दूरी पर जाकर पटाखे जलाने की बात कही थी. इसी बात पर नाराज युवकों ने गुस्से में आकर उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक गणेश बैरागी इलाके में बच्चों के खिलौने बेचकर गुजर-बसर करता था.
माेहल्ले में पटाखे फोड़ने को लेकर हुआ विवाद
छावनी सीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया कि दिवाली की रात मोहल्ले में पटाखे फोड़ने को लेकर संजय और शुभम नाम के युवकों का अपने बड़े पापा से झगड़ा हो गया था. विवाद इतना बढ़ा कि संजय ने चाकू से हमला कर दिया. वारदात के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने कुछ ही घंटों में इलाके की घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है.
घर में घुसकर की हत्या
दूसरी घटना जांजगीर-चांपा जिले के कोटमी सोनार गांव में हुई, जहां 45 वर्षीय बालमुकुंद सोनी की हत्या कर दी गई. परिवार के अनुसार, मृतक ने कुछ युवकों को घर के पास पटाखे न फोड़ने की सलाह दी थी, जिससे नाराज होकर आरोपियों ने घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी. उस समय घर के बाकी सदस्य बाहर थे, और पटाखों के शोर में चीखें किसी को सुनाई नहीं दीं. जब परिवार घर लौटा, तो बालमुकुंद का शव जमीन पर पड़ा मिला. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, डॉग स्क्वायड और फिंगरप्रिंट टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. फिलहाल दोनों मामलों में पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.



