क्या वजह है जो ईशा अंबानी को आई लोन लेने की नौबत, पढ़े पूरी खबर
बिगुल
पिछले कुछ सालों से मुकेश अंबानी रिलायंस रिटेल को देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी और फैशन कंपनी बनाना चाहते हैं. रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 में बैंकों से 32303 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. अपने कारोबार को तेजी से बढ़ाने के लिए रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने तेजी से कई कंपनियों का अधिग्रहण किया है, साथ ही कई नए ब्रांड भी जोड़े हैं. पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस रिटेल द्वारा लिए गए 32,303 करोड़ रुपये के कर्ज में से 19,243 करोड़ रुपये का कर्ज गैर-वर्तमान दीर्घकालिक उधार के आधार पर लिया गया था.
यह जानकारी रिलायंस रिटेल लिमिटेड की वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है. मार्च 2022 तक रिलायंस रिटेल पर 1.74 करोड़ रुपये का कर्ज था. रिलायंस रिटेल ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड से 13304 करोड़ रुपये का लॉन्ग टर्म लोन लिया है. एक साल पहले के 70943 करोड़ रुपये की तुलना में अब रिलायंस रिटेल पर 73 फीसदी ज्यादा कर्ज है. साल 2023 में रिलायंस रिटेल लिमिटेड का शुद्ध कर्ज 73 फीसदी बढ़ गया है. रिलायंस रिटेल वेंचर्स के कर्ज में इतनी तेज बढ़ोतरी का कारण पूंजीगत व्यय में आक्रामक बदलाव है.
रिलायंस रिटेल ने वित्तीय वर्ष 2023 में 2844 नए स्टोर जोड़े थे और इसके साथ ही इसके स्टोर्स की कुल संख्या 18040 हो गई है। रिलायंस रिटेल रिटेल स्टोर्स 65.6 मिलियन वर्ग फीट में फैले हुए हैं. पिछले साल की तुलना में 24 मिलियन वर्ग फुट की बढ़ोतरी हुई है। यह देश के दूसरे सबसे बड़े रिटेलर डी-मार्ट से करीब 2 गुना ज्यादा है. डी-मार्ट भारत की दूसरी सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है. रिलायंस रिटेल के पदचिह्न में तेजी से वृद्धि में फ्यूचर ग्रुप स्टोर्स का अधिग्रहण भी शामिल है। रिलायंस रिटेल ने अपनी भंडारण क्षमता बढ़ाकर 35 मिलियन वर्ग फुट कर दी है.
पिछले वित्तीय वर्ष में रिलायंस रिटेल के लेनदेन में भारी वृद्धि हुई है और यह एक अरब लेनदेन को पार कर गया है. रिलायंस रिटेल में कुल फुटफॉल 50 फीसदी बढ़कर 78 करोड़ रुपये हो गया है. रिलायंस रिटेल का पंजीकृत ग्राहक आधार 25 करोड़ से अधिक हो गया है. राजस्व में डिजिटल और न्यू कॉमर्स की हिस्सेदारी बढ़कर 18 फीसदी हो गई है. रिलायंस रिटेल ने हाल ही में ब्यूटी फॉर्मेट में विस्तार किया है.