आयुष पालीक्लीनिक निर्माण में भ्रष्टाचार, ठेेकेदार को नोटिस जारी, अनियमितता की जांच करेगी कमिटी
बिगुल
जांजगीर. सीजीएमएससी द्वारा बनाए जा रहे नए भवन आयुष पालीक्लीनिक जांजगीर के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता को देखते हुए सीजीएमएससी के अधीक्षण अभियंता अखिलेश कुमार के द्वारा चल रहे निर्माण कार्य की जांच करने एवं जांच उपरांत कार्यवाही करने की बात कही गई.
विदित हो कि जांजगीर में सीजीएमएससी द्वारा बनाए जा रहे आयुष पाली क्लिनिक के निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा जमकर अनियमितता बरती जा रही है। अभी से दीवारों के क्रैक आ जा रहे है निर्धारित एवं उच्च गुणवत्ता के सीमेंट ,सरिया का उपयोग ना करते हुए निम्न क्वालिटी के समान का उपयोग किया जा रहा है साथ ही निर्माण स्थल में कार्यों की निगरानी देखरेख हेतु केवल एक इंजिनियर रखा गया है जबकि एनआईटी के कंडिका 8.1.2 के तहत निर्माण स्थल में एक ग्रेजुएट इंजिनियर और तीन डिप्लोमा इंजिनियर होने चाहिए।
यह सब सीजीएमएससी के इंजीनियरों के निर्माण स्थल में नही होने के कारण हो पा रहा है ,ठेकेदार के द्वारा इंजीनियरों की अनुपस्थिति का जमकर फायदा उठाते हुए कार्य की लीपापोती की जा रही है कुछ दिनों पूर्व ठेकेदार के द्वारा इंजीनियरों के ऊपर कमीसन खाने का भी आरोप लगाया गया था जिस पर सीजीएमएससी के अधिकारियों के द्वारा लगाए गए आरोपों का खण्डन किया गया था।
लक्ष्य कंस्ट्रक्शन बाराद्वार के ठेकेदार को 6 महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है। समय पर निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाने के कारण लक्ष्य कंस्ट्रक्शन बाराद्वार के ठेकेदार को कार्यपालन अभियंता डोमेंद्र कुमार रावटे के द्वारा नोटिस भी जारी किया गया है,फिर भी ठेकेदार द्वारा मनमानी करते हुए ना तो काम की गति बढ़ाई जा रही है ना ही गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है, आने वाले दिनों में होने वाली जांच से हो सकता है गुणवत्ता में सुधार हो।