लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए 49 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान शुरू हो चुके हैं। चुनाव शुरू होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को लोगों से नफरत के लिए नहीं बल्कि प्यार के लिए वोट करने और बेरोजगारी और मुद्रास्फीति के खिलाफ वोट देने का आग्रह किया।
इन नेताओं के भाग्य का होगा फैसला
पांचवें चरण में छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान हो रहा है, जो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जैसे कई प्रमुख नेताओं के चुनावी भाग्य का फैसला करेगा।
एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, अगर हम लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना चाहते हैं तो हमें वोट जरूर करना चाहिए। ईवीएम पर बटन दबाने से पहले याद रखें कि हमें प्यार और भाईचारे के लिए वोट करना चाहिए, नफरत के लिए नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हमें बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट करना है, न कि कुछ पूंजीपतियों को अमीर बनाने के लिए। हमें अपने मौलिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए वोट करना है, न कि उन लोगों के लिए जो हमारे अधिकार छीनते हैं।
उन्होंने लोगों से न्याय के लिए वोट करने का आग्रह किया, न कि अन्याय और उत्पीड़न के लिए।
पहली बार मतदान करने वालों का किया स्वागत
लोकतंत्र के लिए वोट करें, तानाशाही के लिए नहीं। आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मतदाता जो आज 49 लोकसभा सीटों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, वे युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और हिसदारी न्याय के एजेंडे पर मतदान करेंगे।
खरगे ने कहा, जब आपका हाथ ईवीएम का बटन दबाएगा, तो तानाशाही की पहले से ही अस्थिर कुर्सी को एक और झटका लगेगा और लोकतंत्र को ताकत मिलेगी।
उन्होंने पहली बार मतदान करने वालों का भी स्वागत किया और कहा कि यह उनकी एक ऐतिहासिक जिम्मेदारी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, चार चरणों के रुझान बताते हैं कि ‘हुकमशाह’ की विदाई तय है। आज विदाई की ओर पांचवां कदम है।
जनता नफरत की राजनीति से ऊब चुकी- राहुल गांधी
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि आज पांचवें चरण का मतदान है! पहले चार चरणों में ही यह साफ हो गया है कि जनता संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़ी हो गई है और भाजपा को हरा रही है। नफरत की राजनीति से ऊब चुका यह देश अब अपने मुद्दों पर वोट कर रहा है। युवा नौकरी के लिए, किसान MSP और कर्ज से मुक्ति के लिए, महिलाएं आर्थिक निर्भरता और सुरक्षा के लिए और मजदूर वाजिब मेहनताने के लिए।