लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर वोटिंग हुई. इस बार 57.5 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. ये वोटर टर्नआउट पिछली बार के मुकाबले लगभग 5 फीसदी कम है. 2019 के चुनाव में इन्हीं सीटों पर 62.0 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे. वोटिंग ट्रेंड में कमी से एक बार फिर राजनीतिक दल और चुनाव आयोग की चिंता बढ़ गई है. आइए आपको पांचवें फेज की वोटिंग का पूरा लेखा-जोखा समझाते हैं.
वहीं बिहार में 52.55 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 54.21 प्रतिशत, झारखंड में 63 प्रतिशत, ओडिशा में 60.72 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 57.43 प्रतिशत और लद्दाख में 67.15 प्रतिशत वोटिंग हुई. शाम सात बजे तक उपलब्ध कराए गए निर्वाचन आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस चरण में अनुमानित मतदान प्रतिशत 57.38 दर्ज किया गया
इस बार जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा क्षेत्र में 54 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो लगभग चार दशकों में सबसे अधिक है. इस बार कुल मतदान प्रतिशत 54.21 रहा, जो 1984 में इस निर्वाचन क्षेत्र में हुए 58.84 प्रतिशत मतदान के बाद सबसे अधिक है.
8.95 करोड़ से अधिक लोग थे मतदान करने के पात्र
पांचवें फेज में 4.26 करोड़ महिलाओं और 5,409 थर्ड जेंडर के मतदाताओं समेत 8.95 करोड़ से अधिक लोग मतदान करने के पात्र थे. इसमें 85 वर्ष से अधिक आयु के 7.81 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता थे. 100 वर्ष से अधिक आयु के 24,792 मतदाता और 7.03 लाख दिव्यांग मतदाता थे. इस चरण में 94,732 मतदान केंद्रों पर 9.47 लाख मतदान अधिकारी तैनात किए गए थे।