चंद्रमा की 16 कलाओं पर लगेगा ग्रहण, शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में रखी गई खीर में अमृत वर्षा नहीं होगी
बिगुल
शरद पूर्णिमा के दिन चांद की 16 कलाएं खीर में आयुर्वेदिक गुणों को बढ़ा देती हैं. लेकिन, इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा. क्योंकि, शरद पूनम की इस चांदनी रात को इन सभी 16 कलाओं पर चंद्रग्रहण होगा. भारतीय मानक समयानुसार, चंद्र ग्रहण का बिल्कुल शुरुआती चरण 28 अक्टूबर की रात 11.30 बजे से आरंभ हो जाएगा और देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा. चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात्रि 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा.
ज्योतिष की मानें तो विश्व परिदृश्य में एक ही महीने में लगने वाले दो ग्रहण उत्पातकारी योग लेकर आए हुए है. इस महीने 28-29 अक्टूबर की रात में लगने वाला चंद्र ग्रहण पूरे भारतवर्ष में दृष्टिगोचर होगा. जिसका सूतक काल 9 घंटे पहले ही माना जाता है.
चंद्र ग्रहण के सूतक काल का समय
28-29 अक्टूबर को खंडग्रास चंद्र ग्रहण चूंकि रात 1 बजकर 5 मिनट पर लग रहा है, इसलिए इसका सूतक काल 9 घंटे पहले यानी 28 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 05 मिनट से लग जाएगा.
कहां कहां दिखेगा ये चंद्र ग्रहण
यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा देगा. इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखेगा.