बज गया बिगुल : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए 7 और 17 नवंबर को मतदान, नतीजे 3 दिसंबर को, आचार संहिता लागू
बिगुल
नई दिल्ली.चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग होगी. मिजोरम में 7 नवंबर को चुनाव होगा. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. वहीं राजस्थान में 23 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं तेलंगाना में 30 नवंबर को वोटिंग होगी. सभी राज्यों के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
छत्तीसगढ़ में 7 और 17 नवंबर को यानि दो चरणों में चुनाव होंगे. चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं. यहां बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस ही प्रमुख राजनीतिक दल हैं. हालांकि यहां भी आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव मैदान में है. इसके अलावा और भी कई दल ताल ठोक रहे हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी को 15 सीटें मिली थीं, जबकि अन्य के खाते में 7 सीटें मिलीं.
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज करते हुए 15 साल से सत्ता में काबिज बीजेपी को बाहर कर दिया था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी.
पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होगा. चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. वोटों की गिनती 15 दिसंबर को होगी. यहां कुल 230 विधानसभा सीटें हैं.
क्या है आचार संहिता
आयोग के इस ऐलान के बाद पांचों राज्यों में आदर्श आचार सहिंता भी लागू हो गई है। इसका मतलब यह हुआ है कि अब यहां सरकारें किसी भी नए काम को शुरू नहीं कर पाएंगी। इसके साथ ही सरकार और प्रशासन चुनाव आयोग के हाथ में चला जाएगा। जिलों के डीएम चुनाव अधिकारी बन जाएंगे और इन राज्यों में प्रशासनिक फेरबदल या जिम्मेदारियों में बदलाव भी अब चुनाव आयोग ही करेगा। चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि उनकी और उनकी टीम पिछले 6 महीने से काम कर रही है और हमने सभी पांचो राज्यों कई दौरे के बाद पूरा कार्यक्रम बनाया है।
अपराधिक उम्मीदवार को टिकट देने का कारण पार्टी को होगा बताना
नागरिक इसीआई के सीविजिल ऐप के माध्यम से किसी भी प्रकार की चुनावी कदाचार की रिपोर्ट ईसीआई को कर सकते हैं। हर शिकायत पर 100 मिनट में जवाब दिया जाएगा। वहीं अब अपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को तीन बार विज्ञापन देकर अपने अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में बताना होगा। इसके साथ ही ऐसे उम्मीदवारों को चुनने के लिए पार्टी को भी कारण बताना होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन-मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों की जागरूकता और सहयोग महत्वपूर्ण है।
किस राज्य में कितनी विधानसभा सीटें
राजस्थान - 200
मध्य प्रदेश - 230
छत्तीसगढ़ - 90
तेलंगाना - 119
मिजोरम - 40