हजारों किसानों ने बीमा कंपनी में दर्ज कराई शिकायत, सर्वे के लिए पहुंची टीम, बारिश से तबाह हुई फसल का चाहिए मुआवजा
बिगुल
कबीरधाम. जिले में बीते चार दिन से लगातार हो रही बेमौसम बारिश से रबी की फसल चना, गेहूं और उद्यानिकी फसल पपीता और केला को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। स्थिति ऐसी है कि पूरे जिले में चना और गेहूं लगभग खत्म हो गए हैं।
कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश पर फसल क्षति का सर्वे करने राजस्व, कृषि, उद्यानिकीय और बीमा कंपनी की संयुक्त टीम पहुंच कर काम शुरू कर दिया है। संयुक्त सर्वे टीम को रबी फसलो में चना, गेहू और उद्यानिकीय फसलों में पपिता और केले की फसलों में क्षति पहुंचने की जानकारी सामने आई है।
कृषि विभाग के अनुसार जिले में अब तक 20 हजार से अधिक किसानों ने ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को क्षति पहुंचने का बीमा पोर्टल में शिकायत व सूचना दर्ज कराया है। यह संख्या और बढ़ सकती है। सर्वे टीम द्वारा किसानों को यह भी जानकारी दी जा रही है कि जिन किसानों ने अपने फसल का बीमा नहीं कराया है, ऐसे फसलों का क्षतिपूर्ति राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत सहायता राशि दी जाएगी।
जिले के कवर्धा तहसील अंतर्गत दशरंगपुर, भागुटोला, बोड़ला तहसील के ग्राम महराजपुर समेत अन्य गांव सबसे ज्यादा प्रभावित है। वहीं चार दिन की बारिश के बाद गुरुवार को मौसम खुल गया है। गुरुवार को कही पर भी बारिश नहीं हुई है।