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कब हटेगी आदर्श आचार संहिता, इसके हटते ही क्या होंगे बदलाव,जाने…

When will the Model Code of Conduct be lifted, what changes will happen as soon as it is lifted, know…

लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होगा. वोटिंग खत्‍म होने के साथ ही देशभर में लागू आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी. इसके बाद 4 जून को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे और जीतने वाले पार्टी नई सरकार बनाएगी.
बता दें कि निर्वाचन आयोग के चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी. इसके साथ ही कई पाबंदियां भी प्रभावी हो गई थीं.

क्या होती आदर्श आचार संहिता?
आदर्श आचार संहिता राजनीतिक दलों की सहमति से तैयार किए गए सिद्धांत और कुछ स्टेंडर्ड हैं. चुनाव के दौरान सभी दलों को इन्हें फॉलो करना होता है. बता दें कि आदर्श आचार संहिता को किसी कानून के तहत नहीं बनाया गया है. यह सिर्फ राजनीति दलों की सहमति पर बनाई गई है.

कब से लागू होती है आदर्श आचार संहिता

भारतीय निर्वाचन आयोग जिस दिन से चुनाव की अधिसूचना जारी करता है, उसी दिन से देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है. इतना ही नहीं यह चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहती है. जब तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, तब तक यह लागू रहती है.

आदर्श आचार संहिता के तहत इन चीजों पर रोक

आदर्श आचार संहिता लागू होते ही कई चीजों पर रोक लग जाती. इसके लागू होने के बाद नई भर्तियों और नई परीक्षाओं का आयोजन नहीं किया जा सकता है. इस दौरान शराब के ठेकों की नीलामी नहीं हो सकती. इसके अलावा सरकार विज्ञापन, होर्डिंग और पोस्टर का इस्तेमाल नहीं कर सकती.

इसके अलावा आचार संहिता के दौरान सरकारी योजनाओं की घोषणा, शिलान्यास और उद्घाटन नहीं किया जा सकता. सुबह 6:00 बजे से पहले और शाम 10 बजे के बाद जनसभाओं पर लगी रोक लगा दी जाती है. सरकार अधिकारियों का तबादला भी नहीं कर सकती. इसके अलावा अखबारों और इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया समेत अन्य मीडिया पर सरकारी खर्चे से विज्ञापन जारी नहीं किया जा सकता. मंत्री सायरन और बीकन लाइट वाली पायलट कार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

आदर्श आचार संहिता हटने से किया होगा बदलाव

वोटिंग समाप्त होने के बाद देशभर से आदर्श आचार संहिता हट जाएगी. आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद नई भर्तियों और नई परीक्षाओं का आयोजन किया जा सकता है. साथ ही शराब के ठेकों की नीलामी भी हो सकती है. सरकार अपनी योजनाओं की घोषणा कर सकती है. इसके अलावा आदर्श आचार संहिता के दौरान जिन चीजों पर रोक रहती है, उनसे पाबंदी हट जाती है.

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