बिना कोचिंग किए प्राची राठी ने क्रेक कर लिया यूपीएससी, इंडिया में 443 वां रैंक, छत्तीसगढ़ में तीसरी

बिगुल
रायपुर. यूपीएससी के नतीजे आज अखबारों और मीडिया की सुर्खियां बनी हुई है. लेकिन इन सुर्खियों में पेपर डिस्पोजल कप बनाने वाले राठी जी की बेटी का जिक्र नहीं है. लेकिन आज हम आपको प्राची राठी के संघर्ष की कहानी बता रहे है.
इससे पहले आपको ये बता दें कि प्राची ने यूपीएससी 2023 में ऑल इंडिया में 443 वां रैंक हासिल किया है और उनकी जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में उनका तीसरा रैंक है. उनके पिता प्रवीण राठी पिछले तीन वर्षों से पेपर डिस्पोजल कप और ग्लास मैन्यूफैक्चरिंग का काम करते है. इससे पहले वे चाय पत्ती बेचने का काम करते थे.
खास बातचीत में प्राची ने बताया कि उन्होंने तीसरे अटेम्प्ट में ये परीक्षा क्रैक की और अपने पहले अटेम्प्ट में वे प्रिलिम्स तक, इसके बाद सैकेंड अटेम्प्ट में इंटरव्यू तक पहुंची थी. लेकिन 17 नंबर से चूक गई. वे कहती है कि मैंने जो भी कमी थी, उसे दूर करते हुए तैयारी पर फोकस किया और आज उन्होंने यूपीएससी क्रैक करने में सफलता हासिल की. हालांकि वे अभी भी पूरी तरह संतुष्ट नहीं है और अगला अटेम्प्ट भी देने की तैयारी कर रही है.
2017 के बाद नहीं देखी मूवी, न होटल में खाना खाया
प्राची के पिता प्रवीण राठी कहते है कि प्राची ने 2017 के बाद से अब तक घर में रहकर केवल पढ़ाई ही की है. वे न तो अपने दोस्तों के साथ मूवी जाती है और न होटल में खाना खाने जाती है. अंतिम बार होटल में कब खाना खाया था ये पूछे जाने पर प्राची ने बताया कि इंटरव्यू देने जब दिल्ली गई थी 2017 के बाद तभी होटल में खाना खाया था.
प्राची को पाडकास्ट सुनना पसंद है. अपनी इस हॉबी को उन्होंने यूपीएससी से जोड़कर अपना नॉलेज गेन करने का काम किया. वे देश-विदेश के विभिन्न मुद्दो के बारे में उन्हें जानकारी मिलती है. यूपीएससी के फार्म में भी उन्होंने अपनी हॉबी के कॉलम में सुनने का जिक्र किया था. यही कारण है कि इंटरव्यू के दौरान उन्हें ये पूछा गया कि यदि उनको मौका मिलेगा तो पॉडकास्ट के माध्यम से वे कैसे काम करेंगी ? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि वे जनभागीदारी के माध्यम से लोगों को ये बताने की कोशिश करेंगी कि एक नागरिक कैसे पॉलिसी मेकिंग और पॉलिसी इम्पलीमेंटेशन के लिए अपना योगदान दे सकता है. प्राची का ऐसा अनुमान है कि उन्हें रैलवे में अपनी सेवाएं देने का मौका मिल सकता है.



