सोने से जड़े गए श्री राम मंदिर के दरवाजे, जानिए अंदरूनी खासियत और कब पूरा होगा काम
बिगुल
यूपी :- अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के भूतल में लगने वाले 18 में से 14 दरवाजों को स्वर्ण जड़ित कर दिया गया है. आठ एकड़ में बन रहे परकोटा का काम भी 31 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इसी दिन राम मंदिर निर्माण का फेज वन का काम पूरा हो जाएगा. 23 जनवरी से आम जनता और श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा.
बता दें कि राम मंदिर और इससे जुड़ी तमाम परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर पांच घंटे से अधिक समय तक भवन निर्माण समिति की बैठक चली. समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में एलएण्डटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता ने बताया कि राम मंदिर के भूतल में लगने वाले 18 दरवाजों में से 14 दरवाजों का निर्माण पूरा हो गया है और इन दरवाजों को स्वर्ण जड़ित भी कर दिया गया है. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डाॅ. अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के भूतल में करीब 166 स्तम्भों को लगाया गया है जिस पर आइकोनोग्राफी से रामायण के प्रसंगों को उत्कीर्ण किया जा रहा है.
लेकिन प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को देखते हुए 31 दिसम्बर 2023 तक 70 स्तम्भों में निर्धारित मूर्तियां उत्कीर्ण हो सकेंगी. इन सभी स्तम्भों को चिह्नित भी कर दिया गया है जिसमें ऊपर से नीचे तक मूर्तियां उत्कीर्ण की जानी है. इसी तरह से मंदिर के भूतल में फर्श के इन-ले वर्क के साथ लाइटिंग का काम एक साथ चलता रहेगा और यह भी 31 दिसम्बर 2023 तक पूरा हो जाएगा. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डाॅ. अनिल मिश्र ने बताया कि आठ एकड़ में निर्माणाधीन परकोटा का सम्पूर्ण निर्माण 31 दिसम्बर 2024 तक ही पूरा हो सकेगा. 31 दिसम्बर 2023 तक 50 प्रतिशत निर्माण ही संभव है. फिर भी प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वागत में प्रवेश द्वार का निर्माण खड़ा हो जाएगा.