उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण पर निर्णय लेने के लिए कोर्ट से दो सप्ताह की मांगी मोहलत….
बिगुल
दिल्ली :- कॉलेजियम की चिट्ठी में दोहराए गए पांच नाम, जजशिप के लिए अनुशंसित पांच नए नाम और हाई कोर्ट में 11 न्यायाधीशों के स्थानांतरण की सिफारिशें केंद्र के समक्ष लंबित हैं. सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति संजय किशन कौल ने कहा कि मान लीजिए अगर चार नाम हैं.
आप तीन को सूचित करते हैं और एक को रोकते हैं तो ऐसा नहीं होना चाहिए. हालांकि इसे कुछ लोगों ने स्वीकार कर लिया है और कुछ हताश होकर पीछे हट गए हैं. इस चक्कर में हमने कई अच्छे नाम खो दिए हैं. उनमें से कुछ में तो मुझे नहीं लगता कि सरकार के लिए ऐसे कोई गंभीर मुद्दे हैं जिन पर विचार नहीं करना चाहिए था.
जजों की नियुक्ति और ट्रांसफर के लिए समय मांगा
जब किसी को नियुक्त किया जाता है और किसी को नहीं या किसी को बाद में तो वरिष्ठता की पूरी अवधारणा गड़बड़ा जाती है. सुप्रीम कोर्ट ने कॉलेजियम प्रस्तावों को मंजूरी देने के लिए 2021 में अदालत द्वारा निर्धारित समय सीमा का पालन नहीं करने के लिए केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय के खिलाफ अवमानना कार्रवाई की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई की