मध्यप्रदेश

अपने पेड़ों को बचाने सड़क पर उतरे देवास के लोग, रैली निकाली, ज्ञापन दिया

बिगुल
देवास के शंकरगढ़ में सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए हजारों पेड़ों की बलि लेने वाली है। इस पहाड़ी पर देवास की जनता ने कई साल की मेहनत के बाद लाखों पेड़ों को तैयार किया है। सरकार के निर्णय से नाराज लोगों ने आज रैली निकाली और ज्ञापन दिया। देवास में शंकरगढ़ पहाड़ी पर प्रस्तावित टूरिज्म प्रोजेक्ट के विरोध में शंकरगढ़ बचाओ मंच ने राज्यपाल के नाम यह ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में शंकरगढ़ पहाड़ी को टूरिज्म के नाम पर किसी भी निजी व्यक्ति को बेचने के विचार का खंडन किया गया और एनजीटी के 2016 के ऑर्डर को क्रियान्वित करके शंकरगढ़ की पहाड़ी को वन विभाग को देने की मांग रखी गई। लोगों ने कहा कि इस पहाड़ी के संरक्षण के काम को सुगम बनाना चाहिए।

जनता ने कहा कि इस पहाड़ी को देश में बने 75 नगर वन में से एक नगर वन का दर्जा खुद केंद्र सरकार ने दिया है। शंकरगढ़ पहाड़ी पर कभी फिल्म सिटी तो कभी एम्यूजमेंट पार्क जैसे पर्यावरण खराब करने वाले प्रोजेक्ट लाने के प्रयास किए जाते हैं। इस तरह से देवास की जनता की भावनाओं को आहत किया जा रहा है। शासन को चाहिए की शंकरगढ़ देवास की धरोहर है और उसकी रक्षा सुनिश्चित कर उसको बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करे।

शंकरगढ़ को टूरिज्म के नाम पर किसी उद्योग समूह को बेचने के विचार के विरोध में एवं शंकरगढ़ पर विद्यमान लाखों वृक्षों एवं जीव जंतुओं की रक्षा के लिए शुक्रवार को प्रातः 10 बजे यह प्रदर्शन हुआ। भोपाल के छत्रपति शिवाजी उद्यान चौराहे पर बड़ी संख्या में देवास के नागरिक और समाजसेवी संस्थाओं ने हिस्सा लेकर शासन के समक्ष अपनी बात रखी। ज्ञापन का वाचन शंकरगढ़ बचाओ मंच के संयोजक समरजीत सिंह जाधव ने किया और कहा कि शंकरगढ़ की पहाड़ी पर देवास की जनता ने लाखों वृक्ष लगाए हैं जिनकी रक्षा के लिए देवास की जनता प्रतिबद्ध है।

विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रमुख संगठन एवं व्यक्तित्व
इस विरोध प्रदर्शन में कई प्रमुख समाजसेवी संगठनों और नागरिकों ने भाग लिया, जिनमें मुख्य रूप से ग्रीन आर्मी देवास, एक्स सर्विस मेन वेलफेयर सोसाइटी, संस्था सिद्धिविनायक, सनातन विचार मंच के अध्यक्ष रवीन्द्र भारद्वाज, दिव्य योग मित्र देवास से गुरु राजेश बैरागी, शिक्षाविद हेमंत वर्मा, निरंकारी मिशन के किशनलाल निरंकारी एवं उनके सहयोगी, सर्व समाज विकास मंच से ईश्वर सिंह राजपूत, पूर्व पार्षद इंदर सिंह ठाकुर, सिद्धार्थ माहूरकर, रितेश त्रिपाठी, दिनेश सिंह चौहान, भरत पाटीदार, साधना प्रजापति, जितेंद्र गौड़, निशित पटेल, माखनलाल पटेल, दीपेश हरोड़े, श्याम गोस्वामी सहित कई अन्य गणमान्य नागरिक शामिल रहे। शंकरगढ़ बचाओ मंच ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि शासन ने इस पहाड़ी को बेचे जाने का प्रयास किया, तो देवास की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और इस ऐतिहासिक एवं पर्यावरणीय धरोहर की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।

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