मध्यप्रदेश

शिवराज कैबिनेट की आखिरी बैठक आज,बैठक में शामिल होने के लिए ये कैबिनेट मंत्री पहुचे मंत्रालय…..

बिगुल

भोपाल :- आज 30 नवंबर को शिवराज कैबिनेट की आखिरी बैठक होने जा रही है। इस बैठक में शामिल होने के लिए तमाम सारे कैबिनेट मंत्री मंत्रालय पहुंच गए है। सीएम शिवराज ने आज की बैठक में मंत्रियों के साथ सभी एसीएस, पीएस और सचिवों को बुलाया गया है। बता दें वर्तमान सरकार की यह अंतिम बैठक है। हालांकि इस बैठक का कोई एजेंडा नहीं है। कैबिनेट बैठक में शामिल होने पहुंचे शिवराज के मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने मुख्य सचिव की विदाई को लेकर बोले कि आज की बैठक में सीएस को फॉर्मल विदाई दी जाएगी।

इस दौरान मंत्री सकलेचा कांग्रेस के आरोपों पर भड़के और उन्होंने कहा – अधिकारियों पर किसी भी तरीके का कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है। इस दौरान मंत्री सकलेचा ने प्रदेश में बीजेपी की 150 जीतने का दावा किया है।बता दें आज वल्लभ भवन में मुख्य सचिव का विदाई समारोह आयोजित किया गया। आपको बता दें मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का जन्म 1962 में चण्डीगढ़ में हुआ था। आई.ए.एस. अधिकारी के रूप में 38 वर्ष से अधिक की सेवा पूरी की है। बैंस ने जून-1986 से सहायक कलेक्टर, खण्डवा के रूप में नौकरी की शुरूआत की थी।

इसके बाद छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर और कांकेर में भी अपनी सेवाएं दी है। कलेक्टर के रूप में बैंस ने सीहोर, खण्डवा, गुना और भोपाल जिलों में पदस्थ रहे है। इकबाल इकबाल सिंह बैंस ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के दोनों के सचिव के रूप में कार्य किया है। इसके आलावा इकबाल सिंह बैंस ने कृषि, ग्रामीण विकास, वाणिज्यिक कर, पर्यटन, विमानन, आवास एवं पर्यावरण, लोक सेवा प्रबंधन, आनन्द, संसदीय कार्य, उद्यानिकी, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अपनी सेवाएं दी है। वे भारत सरकार में संयुक्त सचिव भी रहे है।

बैंस अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा मण्डल, अध्यक्ष, राजस्व मण्डल, ग्वालियर, महानिदेशक, प्रशासन अकादमी, महानिदेशक, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ गुड गवर्नेस और महानिदेशक प्रशासन अकादमी भी रहे। आज रिटायर होने जा रहे इकबाल सिंह बैंस ने 25 मार्च-2020 को मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार संभाला था। 3 वर्ष 8 माह से अधिक समय तक मुख्य सचिव के पद पर कार्य किया। लोक सेवा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से पुरूस्कार मिला। लगभग 7 वर्ष तक मुख्यमंत्री के सचिव / प्रमुख सचिव रहे है।

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