लूट : चलती ट्रेन में महिला एक लाख की लूट की शिकार, सीट पर रखा बैग लेकर बदमाश फरार, रेल पुलिस बल ने स्वीकारा कि पूरी ट्रेन में कोई अनुरक्षण बल नही था

बिगुल
बिलासपुर. रेल्वे की लेटलतीफी के अलावा अब यात्रियों को सुरक्षा के खतरे और लूट का सामना भी करना पड़ रहा है. अफसोसजनक यह है कि रेल्वे पुलिस बल खुद स्वीकार कर रहा है कि रेल में सुरक्षाबल नही दिया जा रहा है.
ताजा मामला रीवा—बिलासपुर एक्सप्रेस ट्रेन नं 18248 का है जहां दिनांक 29 जनवरी 2024 को एक महिला लगभग एक लाख की लूट का शिकार हो गई. वह एसी थ्री टायर में अपने दो बच्चे के साथ पीएनआर नंबर 8513122096 पर यात्रा कर रही थी. ट्रेन जैसे ही कटनी आउटर में पहुंची तो महिला अपने बच्चे को चादर ओढ़ाने के लिए उठी तो अज्ञात व्यक्ति उसकी सीट पर रखा बैग पलक झपकते लेकर फरार हो गया.
महिला के अनुसार बैग में 13 हजार रूपये नगद, दो सोने की अंगूठियां 55000 कीमत, एक नगर ईयरपाट एवं वीवो फोन 22000 कीमत का था. महिला को इसका पता चलते ही उसने टीटीई बच्चन कुमार को सूचना दी और उसके बाद मौखिक शिकायत दर्ज कराई गई. महिला के पति ने जैसे ही टिवटर पर शिकायत दर्ज कराई तो रेल्वे सक्रिय हुआ और उसने उमरिया रेल्वे स्टेशन पर आरक्षक सर्वेंद्र कुमार को भेजा जिसने पूरी शिकायत दर्ज की है.
दूसरी ओर रेल्वे पुलिस बल ने लिखित तौर पर स्वीकार किया है कि उपरोक्त ट्रेन में कोई अनुरक्षण दल तैनात नही था. यह काफी गंभीर बात है. रेल मदद ने शिकायत क्रमांक 2024013000437 दर्ज कर ली है. जबकि रेल्वे पुलिस बल ने भी मामले को संज्ञान में लिया है. चोर की तलाश जारी है. पर यात्रियों को अपनी सुरक्षा अब खुद करनी चाहिए. उनके खुद की और उनके माल की सुरक्षा का जिम्मेदार रेलवे नही है.