कोल स्कैम : आरोपियों से जेल में 10 घंटे पूछताछ, पांच आइपीएस जांच के दायरे में!
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बिगुल
रायपुर. एसीबी और ईओडब्ल्यू की छह सदस्यीय टीम विशेष कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे रायपुर सेंट्रल जेल पहुंची जहां करीब 10 घंटे तक शराब और कोयला घोटाले के साथ ही महादेव एप सट्टेबाजी केस में बंद आरोपियों से पूछताछ कर अधिकारियों ने उनके बयान अपने साथ लाए लैपटाप में दर्ज किए।
महादेव एप-कोल स्कैम : आरोपियों से जेल में 10 घंटे पूछताछ, पांच आइपीएस जांच के दायरे में!
रायपुर. एसीबी और ईओडब्ल्यू की छह सदस्यीय टीम विशेष कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार सुबह 10 बजे रायपुर सेंट्रल जेल पहुंची जहां करीब 10 घंटे तक शराब और कोयला घोटाले के साथ ही महादेव एप सट्टेबाजी केस में बंद आरोपियों से पूछताछ कर अधिकारियों ने उनके बयान अपने साथ लाए लैपटाप में दर्ज किए।
रात आठ बजे जेल से बाहर निकले अधिकारियों ने आरोपियों से किन-किन बिंदुओं पर पूछताछ की गई, इसकी अधिकृत तौर पर कोई जानकारी नहीं दी। लेकिन इतना जरूर कहा कि तीनों केस के आरोपियों से पूछताछ हुई है और यह सिलसिला दो अप्रैल तक जारी रहेगा।
शराब घोटाले मामले में जेल में बंद ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह, महादेव सट्टेबाजी में निलंबित एएसआइ चंद्रभूषण वर्मा, कार चालक असीम दास, निलंबित कांस्टेबल भीम यादव, सतीश चंद्राकर और कोयला घोटाला मामले में समीर बिश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, खनिज अधिकारी शिवशंकर नाग, सुनील अग्रवाल, नायर आदि से पूछताछ की गई। चर्चा यह भी है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ 420 के तहत दर्ज मामले में भी शीघ्र ही जांच आगे बढ़ेगी। प्रवर्तन निदेशालय की विशेष अदालत में एसीबी की ओर से तीन आवेदन पेश किए गए थे।
पांच आइपीएस के सर पर गिरफतारी की तलवार
अब सवाल यह है कि चन्द्रभूषण वर्मा जिसका कलमबंद बयान ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने रिकॉर्ड में दर्ज किया है जिसके अनुसार तत्कालीन 5 आईपीएस अधिकारियों का इस सभी घपले घोटाले में खुले रूप से नाम आ रहा हैं। इन सभी पर पर्याप्त सबूत होने के बावजूद छोटे अधिकारियों द्वारा अपने सीनियर अधिकारी के खिलाफ जांच करने की हिम्मत हैसियत है क्या? क्या ये बयान लेकर अधिकारियों को जेल में डाल सकेंगे? इस केस में तत्कालीन मुख्यमंत्री के सर्वश्रेष्ठ अधिकारी अनिल टुटेजा का भी नाम बयान में आया है अब देखना है कि किस आधार पर कैसे और कार्रवाई आगे बढ़ती है। सूत्रों के मुताबिक पांचों आइपीएस के सर पर गिरफतारी की तलवार लटक रही है.