मध्यप्रदेश

MP : पुलिस ने नकली खाद की फैक्टरी पर मारा छापा, 170 नकली डीएपी की बोरियां हुई बरामद

बिगुल
जिले के मऊ बुजुर्ग गांव में एक नकली डीएपी बनाने वाली फैक्टरी पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की है। जहां पर लंबे समय से नकली डीएपी बनाकर बाजार में बेचा जा रहा था। मौके पर पुलिस ने चार मजदूरों को गिरफ्तार किया है, जो बोरियों की पैकिंग कर रहे थे।

जबकि मुख्य सरगना मौके से फरार हो गया है और पुलिस हाथ मलती रह गई है। दिगौड़ा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली थी कि मऊ बुजुर्ग गांव में एक मकान में अवैध फैक्टरी लगा करके नकली डीएपी खाद बनाई जा रही है। जहां पर पुलिस विभाग और कृषि विभाग ने की दल ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 170 नकली डीएपी खाद की बोरियों को जब्त किया है।

नकली खाद की बोरियों को भर रहे चार मजदूरों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं मौके पर पहुंचे कृषि विभाग टीम द्वारा खाद की जांच की गई, जिसमें डीएपी नकली पाया गया है। अधिकारी ने बताया कि यह नकली खाद सुपर फास्फेट जैसा है, जो डीएपी खाद की बोरियों में भरकर प्राइवेट दुकानदारों के माध्यम से बेचा जा रहा था।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह मजदूर दूसरे गांव के रहने वाले हैं, जिन्हें खाद फैक्टरी संचालित करने वाला आरोपी मजदूरी के लिए लाता था। दिनभर उनसे बोरियां भरवाता था, इसके बाद दुकानदारों के माध्यम से यह नकली खाद किसानों तक पहुंचाता था।

हरियाणा से जुड़े हैं आरोपी के तार

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नकली डीएपी खाद की फैक्टरी चलाने वाला प्रताप घोष जो मऊ बुजुर्ग गांव का रहने वाला है, जिसके तार हरियाणा से जुड़े हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो यह व्यक्ति बीज की बोरियों का लाइसेंस लेकर के हरियाणा से टीकमगढ़ अपने गांव लाता था, जहां पर नकली बोरी में खाद भरता था। बीज के नाम पर यह पूरा रैकेट चलता था।

पुलिस का कहना है कि इसमें कई लोग शामिल हैं और प्रतिदिन इसके घर पर कई ट्रक पहुंचते थे, जो नकली खाद उतारते थे। इसके बाद वह ओरिजिनल बोरियों में भरकर के उन्हें बेचता था। बताया गया हैं कि इस मामले की पुलिस और कृषि विभाग बारीकी से जांच कर रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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